क्राइम
मुकदमों की विवेचना में लापरवाही पर दो दारोगा निलंबित, 7 दारोगाओं के विरुद्ध जांच के भी आदेश
देहरादून: धोखाधड़ी के मुकदमों की विवेचना में लापरवाही पर एडीजी कानून व्यवस्था डा. वी मुरुगेशन ने जिले के दो दारोगाओं को निलंबित कर दिया है। देहरादून जिले में लंबित विवेचनाओं की समीक्षा में एडीजी को कई दारोगा की लापरवाही मिली। प्राथमिक लापरवाही पर उन्होंने सात दारोगा के विरुद्ध जांच के आदेश भी दिए हैं।
मुकदमों में कार्रवाई के निर्देश
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने प्रदेश में धोखाधड़ी के दर्ज मुकदमों की विवेचनाओं में तेजी लाकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसके तहत बीते दो माह से धोखाधड़ी के मुकदमों को अभियान चलाकर निपटाया जा रहा है। कुछ दिन पूर्व एडीजी कानून व्यवस्था डा. वी मुरुगेशन ने कई जिलों में एक कंपनी के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मुकदमों की विवेचना की समीक्षा की थी।
उन्होंने पाया कि मुकदमा दर्ज करने में जानबूझकर बड़ी धाराएं नहीं लगाईं गईं और न ही कंपनी के खाते फ्रीज किए गए। उन्होंने संबंधित दारोगाओं के विरुद्ध जांच के आदेश और दो क्षेत्राधिकारियों को चेतावनी दी थी। इसके बाद अब मंगलवार को एडीजी ने एसएसपी देहरादून कार्यालय पहुंचकर विवेचनाओं की दोबारा समीक्षा की। उन्होंने धोखाधड़ी के प्रमुख मुकदमों की विवेचना में पाया कि कुछ दारोगाओं ने खातों को फ्रीज नहीं किया।
नहीं जुटाई गई बैंकों के ट्रांजेक्शन की जानकारी
बैंकों से संबंधित मामले में ट्रांजेक्शन की जानकारी तक नहीं जुटाई गई है। इसके साथ ही विवेचक ने आरोपितों से पूछताछ तक करने की जहमत नहीं उठाई। उन्होंने इसे घोर लापरवाही मानते हुए राजपुर थाने के दारोगा विनोद गोला और पटेलनगर थाने के दारोगा सुखबीर सिंह को निलंबित करने के आदेश दिए।
विभिन्न प्रकरणें में लापरवाही पर सात दारोगाओं पर विभागीय जांच बैठाने के आदेश भी दिए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने उक्त दोनों दारोगाओं को निलंबित कर अन्य के विरुद्ध जांच बैठा दी है।