Connect with us

उत्तराखण्ड

शादी की रस्में पूरी करने के बाद दूल्हा दुल्हन को लेकर सीधे परीक्षा देने पहुंचा

खबर शेयर करें -

हरिद्वार। हरिद्वार के पूर्णानंद तिवारी लॉ कॉलेज में सोमवार को अलग ही नजारा देखने को मिला। एलएलबी पांचवे सेमेस्टर की परीक्षा के दौरान एक छात्र दूल्हे की पोशाक में परीक्षा देने पहुंचा तो उसे देख सब हैरान रह गए।
दरअसल, गाजीवाली श्यामपुर निवासी तुलसी प्रसाद उर्फ तरुण की शादी हरियाणा की युवती से हुई। लेकिन शादी की रस्मों के दिन ही उसकी एलएलबी की परीक्षा भी थी। इसलिए दूल्हा शादी होते पहले तुरंत दुल्हन के साथ पहले कॉलेज पहुंचा और परीक्षा दी।
परीक्षा 12 बजे शुरू हुई और खत्म होने तक उसकी पत्नी बाहर गाड़ी में ही परिवार वालों के साथ उसका इंतजार करती रही। अपने वैवाहिक जीवन के साथ व्यावसायिक जीवन को भी प्राथमिकता दिए जाने पर कॉलेज के प्रधानाचार्य अशोक कुमार तिवारी ने छात्र की प्रशंसा की।

दूल्हे तरुण का कहना है कि मेरी शादी रविवार रात हरियाणा में हुई थी। लेकिन परीक्षा देना भी जरूरी था। इसलिए हम बिना घर जाए और रीति रिवाज पूरे किए बिना वहां से सीधे हरिद्वार पहुंच गए। परीक्षा हो गई है तो अब हम अपने रीति रिवाज पूरे करेंगे।

बताया कि दूल्हे की ड्रेस में मुझे देखकर कुछ छात्र तो हैरान रह गए लेकिन कुछ छात्रों को पता था कि परीक्षा के दिन ही मेरी शादी भी है। मुझे भी दूल्हे की पोशाक में एग्जाम हॉल में जाना अजीब लग रहा था, लेकिन परीक्षा पहले है इसलिए जाना पड़ा।

तरुण ने कहा कि परीक्षा करीब दो घंटे चली, तब तक मेरी दुल्हन मेरा इंतजार कर रही थी। लेकिन मैं परीक्षा 20 मिनट पहले खत्म करके वापस आ गया था। कॉलेज के प्रधानाचार्य अशोक कुमार तिवारी ने कहा कि अगर तरुण परीक्षा छोड़ देता तो उसका एक साल खराब हो जाता है।

उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि छात्र ने अपने करियर को देखते हुए ठीक फैसला लिया। यूनिफॉर्म में न पहुंचने पर पहले उन्होंने दूल्हे की पोशाक में ही परीक्षा देने की परमिशन भी ली थी। छात्र के भविष्य को देखते हुए उसे परीक्षा देने की इजाजत दी गई थी। परीक्षा के बाद वह घर चले गए।

Continue Reading

संपादक - कस्तूरी न्यूज़

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More in उत्तराखण्ड

Advertisiment

Recent Posts

Facebook

Trending Posts

You cannot copy content of this page