उत्तराखण्ड

साइबर ठगों का नया जाल…कहीं आप ना फंस जाएं

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साइबर ठगी के मामले तेजी बढ़ते जा रहे हैं। खासकर बैंक खातों से रकम उड़ाने के मामले सबसे ज्यादा आते हैं। इसके लिए साइबर ठग हर दिन नया तरीका अपनाते हैं। लेकिन, साइबर ठगों के साथ ही अब लोग भी धीरे-धीरे जागरूक हो रहे हैं ओर ठगों के जाल से बच रहे हैं। अब ऑनलाइन ठगी करने वालों ने एक और नया तरीका खोज निकाला है।

इस नए तरीक से साइबर ठग अधिक उम्र की महिलाओं को तारगेट कर रहे हैं। यह नया तरीब महिलाओं को मैसेज भेजकर उनको इमोशनल ढंग से अपने जाल में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। देशभर में इसके कई मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, उत्तराखंड में फिलहाल ऐसा कोई नया केस सामने नहीं आसा है। अगर आपके पास अनजान नंबर से आपके फोन पर हाय मम (मां) मैसेज आए तो उसका जवाब देने से बचें। ये साइबर ठगों का नया ठगी का तरीका है, कुछ ही सेकेंड में खाते खाली हो रहे हैं।

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साइबर ठग खुद को बेटा या बेटी दिखाकर बातों में फंसा ले रहे हैं। इसके बाद लिंक भेजकर या इंटरनेट बैंकिंग आदि ब्लॉक होने का झांसा देकर मदद मांग रहे हैं। साइबर पुलिस ने इस तरह के स्कैम से लोगों को सचेत किया है। देश में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं।

व्हॉट्सएप या टेक्स मैसेज में हाय मम (मां) लिखा मैसेज आता है।मैसेज भेजने वाला ठग उनको अपनी बातों फंसा लेता है। लोगों को लगता है कि यह उनका बेटा या बेटी ही है। कभी ये कहते हैं कि उनकी इंटरनेट बैंकिंग ब्लॉक हो गई है तो पैसों की जरूरत है। कभी कहा जाता है कि नंबर खो गया है इस नंबर को सेव कर लो और फिर इस पर यूपीआई या अन्य माध्यम से पैसे मंगाते हैं। कोई ठग लिंक या क्यूआर कोड भेजकर पूरा खाता ही खाली कर रहा है।

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रिप्लाई न करें।
-नंबर संदिग्ध लगता है तो ब्लॉक कर दें।
-बार-बार मैसेज आ रहे हैं तो 1930 पर शिकायत करें।
-क्यूआर कोड से कोई पैसे भेजने की बात कहे तो सतर्क रहें।
-क्यूआर कोड से भुगतान किया जाता है न कि लिया जाता।
-व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर किसी से बात न करें।
-अपनी फेसबुक आईडी लॉक रखें।

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