
हल्द्वानी। मियां बीबी के बीच आई ‘वो’ ने शहर के एक डाक्टर को आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया। डाक्टर का शव गुरूवार को उसके घर पर संदिग्ध हालत में पाया गया जिसके बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह सामने आ पाएगी। लगभग दो सप्ताह पूर्व डाक्टर जेल से छूटकर बाहर आया था। आज ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई। मोहम्मदी चौक इंदिरा निवासी 45 वर्षीय डा. अंसार अहमद पुत्र हाजी मो. शरीफ अहमद एक चिकित्सक थे। उनकी सेवाएं मोहल्ले में काफी प्रसिद्ध थी, जिस कारण से उनका काफी नाम भी था। डाक्टर अंसार लंबे समय से वनभूलपुरा क्षेत्र में डाक्टरी का पेशा कर रहे थे। बताया जा रहा है कि दो माह पूर्व डाक्टर अंसार पर ऐसा पहाड़ टूटा कि पति-पत्नी के बीच ‘वो’ आ गई और लगभग 18 साल के वैवाहिक जीवन में जहर घुल गया। घर में मन मुटाव और कलेश होने लगा। जब बात हद से गुजर गई तो डाक्टर की पत्नी उन्हें छोड़ कर अपने मायके मुरादाबाद चली गई। आप बीती परिजनों को सुनाई तो उन्होंने मुरादाबाद में डाक्टर अंसार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया दिया। जिसके बाद डाक्टर अंसार को मुरादाबाद जेल में बंद कर दिया गया। दो हफ्ते पहले ही डाक्टर अंसार जमानत पर रिहा हुए थे। वह अपने बहन-बहनोई के पास दिल्ली चले गए। दो दिन पूर्व ही वह दिल्ली से हल्द्वानी स्थित अपने आवास पर पहुंचे थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि पति पत्नी के बीच में ‘तीसरी’ का आना दोनों में मन मुटाव पैदा कर गया। लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि डाक्टर ने ‘वो’ से कोर्ट मैरीज भी कर ली थी। इसी के बाद से पति-पत्नी में मन मुटाव शुरू हो गया। घर में कलेश हुआ तो डाक्टर ने अपनी पत्नी को तीन तलाक कहा तो वह अपने मायके चली। परिजनों ने मुरादाबाद में मुकदमा दर्ज कराया था जिसके बाद उसे जेल जाना पड़ा। डाक्टर का बड़ा बेटा ताबीत 15 साल और छोटी दो साल की पुत्री है। दोनों बच्चे अभी मां के साथ ही रह रहे हैं।