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नैनीताल पुलिस के मना करने पर भी महाराष्ट्र पुलिस ने दीपक सिसोदिया को पैरोल पर छोड़ा

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हल्द्वानी: बहुचर्चित जेडे हत्याकांड के दोषी दीपक सिसोदिया के फरार होने से महाराष्ट्र पुलिस के माथे पर बल आ गया है। बताया जा रहा है कि नैनीताल पुलिस की ना के बाद दीपक को पेरोल पर छोड़ा गया था। नैनीताल पुलिस ने पहले उसके ही भागने की आशंका जताई थी।

जीतपुर नेगी हल्द्वानी निवासी दीपक सिसोदिया जून 2011 में अंग्रेजी सांध्य दैनिक अखबार मिड डे के वरिष्ठ पत्रकार ज्योतिर्मय डे उर्फ जेडे की हत्या का दोषी है। उस पर छोटा राजन गैंग को हथियार मुहैया कराने का आरोप है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक दीपक को महाराष्ट्र की अमरावती जेल से 45 दिन की पेरोल पर छोड़ा गया था। इससे पहले जेल प्रशासन की ओर से नैनीताल पुलिस के पास इन्क्वायरी आई थी। तब पुलिस ने इन्क्वायरी में दीपक सिसोदिया के फरार होने की आशंका जताई थी। लेकिन इसके बावजूद उसे छोड़ दिया गया। नैनीताल पुलिस की बात अमरावती जेल प्रशासन मान गया होता तो वह जेल में ही सजा काट रहा होता। बहरहाल, हल्द्वानी कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत होने पर नैनीताल पुलिस भी एक्सन में आ गई है। पेरोल पर फरार दीपक की तलाश के लिए एसएसपी की ओर से टीम गठित कर रणनीति बनाई जा रही है।

नेपाल भागने की आशंका

पुलिस दीपक सिसोदिया के नेपाल भागने की आशंका जता रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बदमाश नेपाल को सबसे मुफीद मानते हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए नेपाल को शरणस्थली बनाया जाता है। यहां से उनके पकड़े जाने की संभावना बहुत कम रहती है। क्योंकि नेपाल पुलिस का सहयोग नहीं मिल पाता।

हल्द्वानी आने की जांच में जुटा खुफिया तंत्र

पेरोल के बाद दीपक के हल्द्वानी आने की आशंका जताई जा रही है। सच में वह हल्द्वानी आया या नहीं पुलिस की खुफिया एजेंसियां इसकी जांच में जुट गई हैं। जीतपुर नेगी के आसपास उसके करीबी रहे लोगों से संपर्क किया जा रहा है।

दीपक सिसोदिया के पहले ही भागने की आशंका जताई थी। पुलिस टीमों को उसकी तलाश में लगाया गया है। लोकल नेटवर्क पर पुलिस काम कर रही है। पंकज भट्ट, एसएसपी।

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संपादक - कस्तूरी न्यूज़

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