
हल्द्वानी। नौकरी के नाम पर लोगों से करोड़ों रूपए की ठगी करने वाले शातिर ठग रितेश पाण्डे के बैंक खातों को पुलिस ने प्रफीज कर दिया है। जबकि उसके द्वारा अर्जित की गई अवैध संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त करने की तैयारी पुलिस द्वारा की जा रही है। वहीं ठग पर दर्ज मुकदमों की विवेचना एसटीएफ देहरादून द्वारा की जाएगी। बता दें कि जेल रोड हल्द्वानी निवासी रितेश पाण्डे पुत्र मोहन चंद्र पाण्डे पर उधमसिंह नगर, नैनीताल, अल्मोड़ा और बागेश्वर में 16 मुकदमे दर्ज हैं।
डीआईजी कुमाउं रेंज डा. नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि शातिर ठग रितेश पाण्डे ने नौकरी लगाने के नाम पर लोगों से लगभग 10 करोड़ रूपए की ठगी की है। पांच माह से फरार आरोपी को गैंगस्टर एक्ट में निरुद्ध ढाई हजार रूपए का ईनाम घोषित किया था। बाद में दन्या पुलिस ने फरार आरोपी को देहरादून से गिरफ्तार किया था। शातिर जालसाज रितेश पाण्डे के खिलाफ काशीपुर, खटीमा, गदरपुर, रामनगर, मुखानी, मल्लीताल, काठगोदाम, लमगड़ा, दन्या, बैजनाथ में धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज किए हैं। हल्द्वानी के मुखानी थाने में पांच और बैजनाथ जिला बागेश्वर में दो मुकदमे दर्ज हैं।
उन्होंने बताया कि खुद को रसूखदार बता कर सीधे सादे लोगों को झांसे में लेकर पहाड़ के बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर ठगी करना, पीड़ितों को उनके ही खर्च पर सचिवालय-विधानसभा में घुमाने का आरोप था। जालसाजी के जरिए रितेश पाण्डे ने 50 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति अर्जित की है। जिसे जब्त करने की तैयारी की जा रही है। डीआईजी ने बताया कि शातिर ठग रितेश पाण्डे दर्ज किए गए मुकदमों की विवेचना एसटीएफ देहरादून को सौंपी जाएगी। डीआईजी ने कहा है कि अगर कोई अन्य व्यक्ति भी शातिर की ठगी का शिकार हुआ है तो उनके मोबाईल नम्बर 9411110057 पर संपर्क कर सकता है।