उत्तराखण्ड
G20 Summit पर खालिस्तानी साया! उत्तराखंड एसटीएफ ने शुरू की धमकी भरे रिकॉर्डेड कॉल की जांच
देहरादून: G20 Summit: जी-20 सम्मेलन के दौरान खालिस्तान के समर्थन में झंडे लगाने और मुख्यमंत्री को धमकी देने वाले रिकॉर्डेड की जांच उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने शुरू कर दी है।
प्राथमिक जांच में यह काल खुद के प्रचार करने के लिए प्रतीत हो रही हैं, फिर भी एसटीएफ ने जांच शुरू कर दी है। फोन इंटरनेट के माध्यम से की गई हैं, लेकिन फोन कहां से करवाए गए हैं, इसकी जांच की जा रही है।
इसी बीच कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के पास भी धमकी भरा फोन आने की सूचना मिली है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
पन्नू की रिकॉर्डेड आवाज में धमकी वाले काल कई नंबरों पर आए
रविवार शाम को प्रतिबंधित संगठन सिख फार जस्टिस के मुखिया गुरपतवंत पन्नू ने उत्तराखंड के रामनगर में होने जा रहे जी-20 सम्मेलन के दौरान खालिस्तानी झंडा लगाने की धमकी दी थी। विदेश में बैठे पन्नू की रिकॉर्डेड आवाज में इस तरह के धमकी वाले काल कई नंबरों पर आए।
इसमें पन्नू ने रामनगर को खालिस्तान का हिस्सा बताते हुए सम्मेलन के दौरान वहां खालिस्तान के समर्थन में झंडे लगाने की बात कही है। इसके अलावा पन्नू धमकी भरे अंदाज में पहले आने वाले मेहमानों को संबोधित कर बोल रहा है कि रामनगर भारत का नहीं, बल्कि खालिस्तान का हिस्सा है।
सिख फार जस्टिस रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट के अलावा बैठक के दौरान खालिस्तान के समर्थन में झंडे लगाएगा। इसके बाद वह मुख्यमंत्री को धमकी दे रहा है। कह रहा है कि यदि उत्तराखंड में उनके संगठन के लोगों पर मुकदमे दर्ज हुए तो इसके लिए जिम्मेदार मुख्यमंत्री होंगे।
पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए एसटीएफ के डीआइजी सेंथिल अबुदेई कृष्णा राज एस ने बताया कि जो रिकॉर्डेड काल आई हैं, उसकी एसटीएफ जांच कर रही है। खुद के प्रचार के लिए यह काल किए गए हैं।
जी-20 सम्मेलन को लेकर पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। पुलिस के उच्चाधिकारी रामनगर पहुंच चुके हैं, वहां पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की ब्रीफिंग की गई है। कार्यक्रम सही ढंग से सफल होगा।
प्राथमिकता के आधार पर सीएम सुरक्षा
डीआइजी ने कहा कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा प्राथमिकता के आधार पर है। इसलिए उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जिसने भी इस तरह के फोन काल किए हैं, उसका जल्द पता लगाया जाएगा। एसटीएफ की कई टीमें इसका पता लगाने में जुट गई हैं। पुलिस हर एंगल से इस मामले की जांच कर रही है, सुरक्षा में कहीं भी चूक नहीं होगी।
कैबिनेट मंत्री को भी आया धमकी भरा फोन
कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के पास खालिस्तानी समर्थक का धमकी भरा फोन आया है। अज्ञात व्यक्ति ने खुद को खालिस्तानी समर्थक बताकर कैबिनेट मंत्री को जी-20 सम्मेलन में न जाने की दी सलाह दी है। मंगलवार से रामनगर में जी-20 सम्मेलन शुरू होने जा रहा है, जिसमें 20 देशों के प्रतिनिधि प्रतिभाग कर रहे हैं। मंत्री को आए धमकी भरे फोन की पुलिस में शिकायत की गई है। पुलिस ने फोन नंबर की जांच शुरू कर दी है।