क्राइम
सावधान: अब पीएफ खातों से भी पैसा उड़ाने लगे हैं साइबर ठग
हरिद्वार। बैंक खातों की तरह साइबर ठगों की नजर अब पीएफ के खातों पर भी है। हरिद्वार में फर्जीवाड़ा कर पीएफ निकालने के दो मामले सामने आए हैं। पथरी पुलिस ने एक मामले में केस दर्ज कर लिया है, जबकि दूसरे मामले की सिडकुल पुलिस जांच कर रही है। आरोपी केवाईसी डाटा से छेड़छाड़ कर पीएफ खातों से कर्मचारियों की जमा पूंजी निकाल रहे हैं।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) प्रवर्तन अधिकारी शशांक सिंह ने पुलिस को शिकायत कर बताया कि रूबीना सिडकुल हरिद्वार की एक कंपनी में जॉब करती हैं। उनके भविष्य निधि खाते से 52,000 हजार रुपये गायब हो गए। पता तब चला जब वह अपने पिता के नाम और जन्मतिथि में संशोधन करवाने ईपीएफओ कार्यालय देहरादून पहुंची। रुबीना की लिखित शिकायत पर हरिद्वार क्षेत्र के प्रभारी प्रवर्तन अधिकारी ने जांच शुरू की। इसमें सामने आया कि सादिक पुत्र मोहम्मद इमरान निवासी मुस्तफाबाद पदार्था ने केवाईसी डाटा से छेड़छाड़ कर पीएफ खाते से 52,000 हजार रुपये निकाल लिए। आरोप है कि रुबीना पुत्री अनवर के साथ धोखाधड़ी और गबन करने के इरादे से सादिक ने पीएफ खाते से मिलते जुलते नाम की रुबीना उर्फ रुबी पत्नी मुनेश कुमार निवासी कंकरखाता खानपुर हरिद्वार का बैंक खाता लिंक कर दिया।
इसके बाद सादिक ने रुबीना की भविष्य निधि के 52,000 हजार रुपये का भुगतान रुबीना उर्फ रुबी पत्नी मुनेश कुमार के खाते में करा दिया। मामला पकड़ में आने के बाद पुलिस ने सादिक पुत्र मोहम्मद इमरान और उसके साथियों के विरुद्ध आपराधिक षड्यंत्र रचने, फर्जी दस्तावेज बनाने, धोखाधड़ी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। एसओ पथरी रविंद्र कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
इधर, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के प्रवर्तन अधिकारी ने सलेमपुर महदूद और मसूरी निवासी दो युवकों पर भारत सरकार के श्रम सुविधा पोर्टल पर छेड़छाड़ कर कर्मचारी का पीएफ हड़पने का आरोप लगाया गया है।
पुलिस में दी शिकायत के अनुसार केवाईसी के माध्यम से कर्मचारी के भविष्य निधि (पीएफ) खाते से करीब ढाई लाख रुपये का गबन किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शिकायत में अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2021 के जुलाई में रकम निकाली गई है। कार्यालय में हुई जांच के दौरान मामला पकड़ में आ गया।
सलेमपुर महदूद निवासी आरोपित युवक ने ऐसे कर्मचारी के नाम से भविष्य निधि का पैसा निकाल लिया, जिसने कभी उसके प्रतिष्ठिान में काम किया ही नहीं। कर्मचारी के नाम से 2.41 लाख रुपये निकाल लिए गए। सिडकुल थाना के एसएसआई शहजाद अली ने बताया कि जांच की जा रही है।