ऊधमसिंहनगर
सेंट्रल जेल में छापेमारी: मोबाइल, नगदी व प्रतिबंधित सामान मिला, खराब मिले सीसीटीवी कैमरे
सितारगंज। डीआईजी जेल और प्रशासन की टीम ने सितारगंज सेंट्रल जेल में अलग-अलग छापेमारी की। छापेमारी के दौरान बैरकों में कैदियों के पास से तीन मोबाइल, नगदी व तमाम प्रतिबंधित सामान बरामद हुआ। जेल की बैरकों से कैदियों की धमकी बाहरी व्यक्तियों को मिलने की शिकायत पर छापेमारी की गई
मंगलवार को डीआईजी जेल दधिराम मौर्य ने सेंट्रल जेल में छापेमारी की थी। उन्हें तीन कैदियों के पास से तीन मोबाइल फोन के साथ नगदी और कुछ प्रतिबंधित सामान भी मिला। डीआईजी जेल के अनुसार जेल में बंद कैदियों से फोन से धमकी की शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद कार्रवाई की गई। वहीं इसी मामले को लेकर बुधवार को एडीएम जयभारत सिंह, एसपी सिटी मनोज सिंह कत्याल के नेतृत्व में एसडीएम तुषार सैनी, तहसीलदर जगमोहन त्रिपाठी, सीओ ओपी शर्मा और डीआईजी जेल दधिराम मौर्य समेत कई थानों की पुलिस सेंट्रल जेल पहुंची। जेल में बैरकों की तलाशी ली गई, लेकिन मौके पर मोबाइल नहीं मिले। जांच टीमों को कैंची व चाकूनुमा औजार, लाइटर, बीड़ी, सिगरेट, नाखून कटर आदि सामान मिला है। सेंट्रल जेल के वरिष्ठ अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि तीन कैदियों के बाद मोबाइल मिलने के बाद पुलिस को तहरीर सौंपी जा रही है।
सूत्रों के अनुसार जांच टीम को जेल के भीतर बैरकों में सीसीटीवी खराब मिले। जबकि कुख्यात अपराधी सीसीटीवी की नजर में नहीं रहने से आसानी से जेल से मोबाइल का प्रयोग कर लेते हैं। जो जेल के बाहर फोन से धमकी देते हैं।
सितारगंज सेंट्रल जेल में पिछले कुछ समय से इस तरह की शिकायतें मिल रहीं हैं। बताया जा रहा है कि जेल की बैरकों में जेल प्रशासन की ओर से नियमित जांच भी नहीं हुई है। इसी का फायदा उठाकर कैदी फोन से धमकी देते हैं। डीआईजी दधिराम मौर्य के अनुसार उच्चाधिकारियों के निर्देश पर प्रत्येक एंगल से जांच होगी।
डीआइजी दधिराम मौर्य ने कहा कि
सेंट्रल जेल के बैरकों में बंद कैदियों के द्वारा लोगों को धमकी देने की शिकायत मिली थीं। इसके आधार पर सेंट्रल जेल में औचक जांच कर बैरकों से तीन कैदियों के पास से तीन मोबाइल, नगदी बरामद हुई। सेंट्रल जेल के बैरकों में मोबाइल व दूसरे निषिद्ध सामान मिलने की सूचना उच्चाधिकारियों को दी है।
एडीएम जयभारत सिंह ने बताया कि
सेंट्रल जेल में जांच की गयी है। जांच रिपोर्ट तैयार की गयी है। जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी जायेगी।