क्राइम
फर्जी फर्म बनाकर निकाले पीएफ खाते से ढाई लाख रुपए, दो के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकद्दमा
हरिद्वार। कर्मचारी भविष्य निधि से 2.5 लाख रुपये गबन करने के मामले में सिडकुल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के प्रवर्तन अधिकारी टीआर शाह की शिकायत पर दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है।
प्रवर्तन अधिकारी के अनुसार बीते वर्ष 27 जुलाई में श्रम सुविधा पोर्टल पर एक फर्म मैसर्स वेद ऑनलाइन सर्विस का पंजीकरण किया गया था। आरोप है कि भविष्य निधि प्रतिष्ठान ने कूट रचित कर ऐसे व्यक्ति के नाम से रकम निकाल ली, जिसने कभी काम किया ही नहीं था। फर्म ने कर्मचारी राहुल गुप्ता, निवासी लंढौर बाजार, मसूरी का फर्जी नाम पता दिखाकर एक अकाउंट बना दिया। उस अकाउंट के माध्यम से वास्तविक भविष्य निधि खाते से संबंधित केवाईसी डाटा छेड़छाड़ कर लाखों रुपये निकाल लिया। जब विभाग से इसकी शिकायत की गई, तो मामला खुला गया। प्रवर्तन अधिकारी ने आरोप लगाया कि फर्म के कर्मचारी ने खाते से निकाली गई धनराशि का एक बैंक डिमांड ड्राफ्ट बनाकर भविष्य निधि कार्यालय को वापस भी कर दिया। थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार उनियाल ने बताया कि अमित तिवारी पुत्र उमाशंकर तिवारी निवासी नेहरू कॉलोनी सलेमपुर महदूद और फर्म- मैसर्स वेद ऑनलाइन सर्विस में कार्यरत प्रमोद शुक्ला के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
आरोपियों ने अपनी फर्जी फर्म में एक दिन की ज्वाइनिंग दिखाई और यूएन नंबर की जानकारी जुटाकर पुरानी जगह काम करने का पता लगाया। कर्मचारी के नाम का पीएफ की वेबसाइट पर फर्जी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया। मिलते जुलते हुए नाम से बैंक खाते को पीएफ खाते से लिंक करा है और फिर पीएफ के लिए क्लेम कर देते है। फर्जी पासबुक लगाने की बात भी सामने आ रही है।