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कांवड़ यात्रा में 25 लाख के नकली नोट चलाने की साजिश नाकाम,पुलिस ने 53 लाख के नकली नोटों के साथ गिरोह का किया भंडाफोड़

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मेरठ। मेरठ में एसओजी टीम, लिसाड़ी गेट और गंगा नगर थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगों को तीन गुना कीमत के नकली नोट देने के नाम पर अपना शिकार बनाया करते थे। फर्जी नकली नोट के काले और गोरख धंधे में एक होमगार्ड सतेंद्र शर्मा की अहम भूमिका होती थी जिसे उसके भाई कृष्ण शर्मा सहित मोहसिन, नाजिम महताब और अरशद गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी की योजना थी कि कांवड़ यात्रा के दौरान 25 लाख रुपए से अधिक के नोट लोग को दे देंगे। इसमें सफल नहीं हो पाए।
पुलिस ने 15 हज़ार के असली नोट सहित करीब 53 लाख रुपये के फर्जी नकली नोट बरामद किए है। मेरठ में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि एसओजी की टीम और लिसाड़ी गेट, गंगा नगर थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगो को तीस हजार रुपये के बदले में एक लाख रुपये के नकली नोट देने का लालच दिया करते थे और जब कोई इनके चंगुल में फंस जाता था तो पहले उसे असली नोट नकली नोट बता कर दिया करते थे। जिसके बाद जब बाजार में नोट चल जाता था।

ऊसके बाद लोग इस गिरोह से डील करते थे। जब लोग इनसे नकली नोट की खेप लेने आते थे तो गिरोह के लोग इन्हें कुछ चिन्हित ठिकानों पर बुलाकर जैसे ही उनसे फर्जी नकली नोट देने के बदले उनसे असली नोट लेते थे तभी गिरोह में शामिल होमगार्ड सतेंद्र और उसका भाई पुलिस की वर्दी में पहुंच जाते थे और फर्जी नकली नोट देने आए गिरोह के सदस्य और बैग को पकड़ लेते थे।

जिसे देख नोट लेने आया व्यक्ति डर जाता था तो होमगार्ड उसे डांट डपट कर भगा देते थे जिसके चलते ठगी का शिकार बना व्यक्ति डर के चलते कहीं शिकायत भी नहीं करता था। पकड़ा गया गिरोह नकली नोट की गड्डी में ऊपर और नीचे तो चार पांच असली नोट लगा देते थे और बीच मे नोट के साइज के कटे हुए सफेद पेपर लगा दिया करते थे और उसे बंडल में बंद कर लोगो को अपनी ठगी का शिकार बना लिया करते थे।
25 लाख की रकम आरोपितों ने कांवड़ यात्रा के दौरान चलाने का निर्णय लिया था। उनका कहना था कि कांवड़ यात्रा के दौरान नकली रकम बाजार में उतार दी जाएगी। उसके बदले में असली रकम बना ली जाएगी। आरोपितों ने बताया कि शहर के काफी लोगों को 45 फीसदी असली रकम लेने पर नकली नोट देते थे। ऊपर और नीचे असली नोट लगाए जाते थे। खरीदार को पहले असली नोट नकली बताकर दिया जाता था, जो बाजार में नकली समझकर चला देता था। उसे लगता था कि नकली नोट बाजार में आसानी से चल रहा है।

उसके बाद गडडी में ऊपर नीचे असली नोट लगाकर नकली नोट सप्लाई कर देते थे। बाद में जो भी विरोध करता था। उसके पास होमगार्ड और उसका भाई खाकी वर्दी पहनकर चले जाते थे, जो उसे जेल में डालने की धमकी देकर शांत कर देते थे। इंस्पेक्टर राजपाल सिंह ने बताया कि नकली नोटों के साथ होमगार्ड समेत छह आरोपितों को पकड़ लिया है। अधिकारी उनसे पूछताछ कर नकली नोट बरामद करने में जुटे हुए है।

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संपादक - कस्तूरी न्यूज़

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