उत्तराखण्ड
जांच के घेरे में आए कैबिनेट मंत्री का विदेश जाना ठीक नहीं: कांग्रेस
देहरादून। उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के जर्मनी दौरे पर सवाल उठाए हैं कहा है कि विधानसभा में गलत नियुक्तियों की तीन सदस्यीय समिति जांच कर रही है। ऐसे में नगर निकाय के 74 अफसरों का स्थानांतरण कर उन्हें विदेश जाने की अनुमति कैसे मिली।
उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसोनी ने कहा कि विधानसभा में हुई नियुक्तियों के मुख्य किरदार वित्त व नगर विकास मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल हैं। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा गठित जांच समिति कभी भी उन्हें पूछताछ के लिए बुला सकती है। ऐसे समय में उनका जर्मनी चला जाना संदेह पैदा करता है। कहा कि सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि जांच को प्रभावित करने के लिए उन्हें जानबूझ कर विदेश भेजा गया है या फिर वह जांच से बचने के लिए विदेश गए हैं।
कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसोनी ने कहा कि नगरीय विकास मंत्री के विदेश रवाना होने से पहले 74 अधिकारियों का स्थानांतरण कर देना और मुख्यमंत्री द्वारा इस स्थानांतरण सूची पर रोक लगा देना भी सरकार और उनके मंत्रियों के कामकाज को दर्शाती है। कहा कि इससे स्पष्ट है कि सरकार के मंत्रियों और मुख्यमंत्री पर तालमेल नहीं है। उन्होंने कहा कि हिन्दी पोस्ट की मृत्यु पर उनकी बेटी की मांग पर सरकार सीबीआई जांच करा देती है। जम्मू कश्मीर में 16 सब इंस्पेक्टरों की भर्ती की सीबीआई जांच हो जाती है। फिर उत्तराखंड में हजारों गलत नियुक्तियां होने और लाखों लोगों की सीबीआई जांच की मांग को भी सरकार अनदेखा कर रही है। स्पष्ट है कि सरकार जांच से डरी हुई है।