क्राइम
बड़ी कार्रवाई: होम स्टे सब्सिडी भुगतान को जिला पर्यटन अधिकारी ने मांगी रिश्वत, अब निलंबन के आदेश
नैनीताल। जिले में पर्यटन विभाग की वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना समेत अन्य पर्यटन विकास से संबंधित योजनाओं को पर्यटन विभाग ही पलीता लगा रहा है। मुख्य विकास अधिकारी संदीप तिवारी की जांच में एक होम स्टे योजना के लाभार्थी से जिला पर्यटन विकास अधिकारी की बातचीत के ऑडियो में सब्सिडी के भुगतान के एवज में रिश्वत लेने की पुष्टि हुई है।
यह है मामला
सीडीओ संदीप तिवारी की ओर से डीएम समेत कमिश्नर, पर्यटन सचिव को भेजे गोपनीय पत्र में बताया है कि पर्यटन विभाग की वीर चन्द्र गढ़वाली व अन्य योजनाओं के अन्तर्गत जिला पर्यटन विकास अधिकारी नैनीताल की लाभार्थियों को अनुदान की धनराशि दिये जाने के संबंध में शिकायतें प्राप्त हो रही है। अनुदान की धनराशि देने में अनावश्यक धनराशि की मांग की जा रही है।
सीडीओ जांच में पुष्टि
सीडीओ ने दो लाभार्थियों से वार्ता कर इस बात की पुष्टि की, कि जिला पर्यटन विकास अधिकारी योजना क्रियान्वयन में सहयोग नहीं कर रहे और आडियो भी प्राप्त हुआ है जिसमें अनुचित धनराशि लिये जाने सम्बन्धी बात साफ सुनी जा रही है। आडियो जिस लाभार्थी ने रिकार्ड किया है, उनसे भी दूरभाष पर सत्यता की पुष्टि की गई।
अधिकारी का रवैया ठीक नहीं
पंगोट क्षेत्र के लाभार्थी राहुल ने बताया कि वर्तमान जिला पर्यटन विकास अधिकारी का व्यवहार बेहद उदासीन है।
सीडीओ के अनुसार पर्वतीय जनपदों के लिये यह योजना बेहद महत्वपूर्ण हैं। नैनीताल की पर्यटन क्षेत्र में पूरे विश्व में पहचान है।
योजना की प्रधानमंत्री व राज्यपाल भी काफी सराहना कर चुके हैं। ऐसे में आवश्यक है कि इन योजनाओं के संचालन के लिए कर्मठ एवं ईमानदार अधिकारी की तैनाती की जाए।
न दिए जाएं महत्वपूर्ण पद
सीडीओ ने पत्र में जिला पर्यटन विकास अधिकारी बृजेन्द्र पाण्डे के विरुद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही किये जाने की संस्तुति की है।
साथ ही भी अनुरोध किया है कि पांडे को भविष्य में भी ऐसे महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती न दी जाये, जिससे जनहित प्रभावित हो।
डीएम को मिला पत्र
जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने पत्र मिलने की पुष्टि की है। मंडलायुक्त दीपक रावत ने कहा कि जिला पर्यटन विकास अधिकारी के विरुद्ध मुख्य विकास अधिकारी की ओर से भेजा गया पत्र मिला है, जिला पर्यटन विकास अधिकारी के विरुद्ध निलंबन के साथ सख्त विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की जा रही है।
आरोप निराधार
वहीं इस मामले में आरोपित जिला पर्यटन अधिकारी बृजेंद्र पांडे का कहना है कि वीर चंद्र सिंह गढ़वाली या अन्य योजनाओं में रिश्वत मांगने के आरोप पूर्ण रूप से निराधार हैं।
यदि कोई ऑडियो ऐसी है और तथ्यों में सच्चाई है तो मामले में अवश्य कार्रवाई होनी चाहिए।
ऑडियो ने खोली कमीशनखोरी की पोल
जिला पर्यटन विकास अधिकारी तथा होम स्टे संचालक के बीच चार मिनट के ऑडियो ने पर्यटन विकास की इस महत्वाकांक्षी योजना में भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी की कलई खोलकर रख दी। इस पुष्ट ऑडियो में जिला पर्यटन अधिकारी साफ कह रहे हैं कि वह अकेले पूरे कमीशन के हकदार नहीं हैं, विभिन्न स्तरों पर देना पड़ता है।
जिला पर्यटन अधिकारी यहां तक कह रहे कि वह तो चले जायेंगे लेकिन उनकी फाइल तथा ऑफिस का स्टाफ तो यहीं रहेगा।