उत्तराखण्ड
उत्तराखंड में आज आए कोरोना के 29 नए मामले, संक्रमित 53 मरीज हुए स्वस्थ
देहरादून। Uttarakhand Coronavirus Update उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में काफी कमी आ गई है। आज राज्य में कोरोना के 29 नए मामले सामने आए, जबकि 53 मरीज स्वस्थ्य भी हुए हैं। वहीं राज्य में कोरोना के सक्रिय मामले की बात करें तो अब यह आंकडा 328 रह गया है।
कोरोना संक्रमित किसी मरीज की नहीं हुई मौत
उत्तराखंड में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 29 नए मामले मिले हैं। कोरोना संक्रमित किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। वहीं, 53 मरीज स्वस्थ भी हुए। कोरोना संक्रमण दर 0.54 प्रतिशत रही है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, निजी व सरकारी लैब से 5406 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 5377 सैंपल की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।
सात जिलों में कोरोना का कोई नया मामला नहीं
देहरादून में सबसे अधिक 15 लोग संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा हरिद्वार में छह, अल्मोड़ा में तीन, पौड़ी व ऊधमसिंह नगर में दो-दो और टिहरी में एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। जबकि सात जिलों बागेश्वर, चमोली, चंपावत, नैनीताल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी में कोई नया मामला नहीं मिला है। इधर, विभिन्न जिलों से 4986 सैंपल कोरोना जांच को भेजे गए हैं।
इस साल प्रदेश में आए कोरोना के 91866 मामले
इस साल प्रदेश में कोरोना के 91866 मामले आए हैं। इनमें 88058 (95.85 प्रतिशत) लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 328 है। देहरादून में सबसे अधिक 171 सक्रिय मामले हैं। कोरोना संक्रमण से इस साल 271 मरीजों की मौत भी हुई है।
आयुर्वेदिक औषधियों से कोरोना महामारी का इलाज संभव
गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ की ओर से अतिथि सभागार में आयोजित ‘कोविड पहले और बाद में होने वाले शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव’ विषय पर आयोजित सेमिनार का मंगलवार को समापन हुआ।
आयुर्वेद विश्वविद्यालय के दिव्य गुण विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो सुरेश चौबे ने कहा कि खान-पान और औषधीय वनस्पतियों और औषधियों का कोरोना महामारी की रोकथाम और प्रबंधन पर विशेष प्रभाव पड़ा है। आयुर्वेद की औषधियों से इस महामारी का इलाज किया जा सकता है।
इस अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक और मनोवैज्ञानिक प्रो राकेश कुमार जैन ने कहा कि अच्छा स्वास्थ्य, स्वस्थ दिमाग से ही नियंत्रित होता है। कोरोना महामारी काल में बच्चों और बड़ों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव पड़ा है।