उत्तर प्रदेश
टीएमयू देश में सर्वाधिक नर्स देने वाली यूनिवर्सिटी: कुलाधिपति
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में वर्ल्ड नर्सिंग डे पर द लेडी विद् द लैंप-फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल का भावपूर्ण स्मरणख़ास बातेंमोबाइल्स की फ्लैश में ली गई नर्सिंग की शपथनर्सिंग डे की थीम रही – आवर नर्सेंज, आवर फ्यूचर 72 नर्सेंज को सर्विस एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजानर्सिंग में चैलेंजिंग, केयरिंग और लविंग: वीसीनोबल प्रोफेशन में आना मानवता की सेवा: रजिस्ट्रारयूके में 07 का चयन गौरव की बात: डीन एकेडमिक्सनर्सेंज ट्रेनिंग से अपनी स्किल्स को करें डवलप: अजय गर्गकल्चरल प्रोग्राम्स के जरिए नर्सों ने जीता मेहमानों का दिलतीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन बोले, आज टीएमयू इंडिया में एक साल में सबसे अधिक नर्सों को ट्रेंड करने वाली यूनिवर्सिटी है, जबकि यूनिवर्सिटी को प्रारम्भ में एमएससी नर्सिंग की कुल 25 सीटों की मान्यता मिली थी। हम देश में सबसे अधिक नर्सों का एडमिशन लेते हैं। हमारा यह संकल्प रहता है कि हम देश, समाज और हॉस्पिटल को अच्छे स्टुडेंट्स और अच्छी नर्सें दे सकें। जब से आप सबने यूनिवर्सिटी को नैक से ए ग्रेड दिलाया है, तब से हमारी जिम्मेदारी है कि अब हम ए डबल प्लस की तरह काम करें ताकि हम यूनिवर्सिटी को और ऊंचाइयों तक ले जा सकें। कुलाधिपति श्री जैन तीर्थंकर महावीर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की ओर से आयोजित विश्व नर्सिंग दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पहले टीएमयू के वीसी प्रो. रघुवीर सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा, डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन, निदेशक हॉस्पिटल श्री अजय गर्ग, निदेशक पीएडंडी श्री विपिन जैन, मेडिकल सुप्रीडेंटेंट डॉ. वीके सिंह आदि ने फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित के संग भावपूर्ण स्मरण करते हुए कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस बरस नर्सिंग डे की थीम- आवर नर्सेंज, आवर फ्यूचर रही। विश्व नर्सिंग दिवस पर क्लीनिकल कोर्डिनेटर श्रीमती हिमांशी ने मोबाइल्स की फ्लैश में द लेडी विद् द लैंप-फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल का स्मरण करते हुए नर्सिंग की शपथ दिलाई। इस मौके पर पांच साल की सेवा के लिए 58 नर्सेंज, 10 साल के लिए 11 नर्सेंज और 15 साल के लिए 03 नर्सेंज को सर्विस एक्सीलेंस अवार्ड भी प्रदान किए गए। इस मौके पर केक काटकर फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल का जन्मदिन भी मनाया गया। विश्व नर्सिंग दिवस पर नर्सों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। इस मौके पर गायन ओर नृत्य की प्रतियोगिताएं भी हुईं। गायन प्रतियोगिता में नर्सिंग इंटर्न रविन्द्र और एएनएस मिस सीमा प्रसाद को बेस्ट सिंगर तो नर्सिंग स्टाफ से मिस बरोनिका और श्री गंभीर को बेस्ट डांसर का खिताब मिला। इमरजेंसी के एचओडी डॉ. रोहित वार्ष्णेय और साइकेट्रिस्ट डिपार्टमेंट की प्रो. प्रेरणा गुप्ता निर्णायक मंडल में शामिल रहे। सामूहिक नृत्य- हैंड हाइजीन डांस के जरिए हाथों को सही से धोने के तरीकों और लाभों के बारे में बताया। कुलाधिपति बोले, 2008 से शुरू हुई यह यात्रा जब 2023 तक पहुंची तो कितना बड़ा बदलाव आ गया है। पहले आप लोगों की तमन्ना होती थी कि कहीं यूएस में नौकरी मिल जाए। कनाडा में नौकरी मिल जाए। जहां का वीजा आसान है और नौकरी मिलना भी। जिन लोगों ने 200 सालों तक हम पर हकूमत की आज वे लोग हमारे पास आ रहे हैं। कभी वे लोग हमारे यहां से मजदूरों को दास बनाकर अपने यहां काम करने के लिए ले जाते थे। आज जमाना यह है कि वे लोग ही हमारे टेक्निकल स्टुडेंट्स को खुद हमारे यहां से लेने आए हैं। यह बड़ा बदलाव है। इससे हमें सभी को गौरवान्वित होने की जरूरत है। टीएमयू के वीसी प्रो. रघुवीर सिंह बोले, नर्सिंग में चैलेंजिंग, केयरिंग और लविंग सब एक साथ हैं। अन्य प्रोफेशन्स की तुलना में नर्सिंग में अधिक स्किल्स की जरूरत होती है। हमें अपनी स्किल्स में निरंतरता बनाए रखनी है। नर्सिंग में दो स्किल्स अति महत्वपूर्ण हैं पहली- मेडिकल स्किल्स और काम करने की योग्यता और दूसरी स्किल है साइकोलॉजिकल स्किल, जो हयूमन स्किल्स भी हैं। नर्सिंग में आपकी भावनाएं बहुत अधिक इंर्पोटेंट हैं। रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा ने कहा, नर्सेंज की स्किल्स को डवलप करना अति महत्पूर्ण है। इस नोबल प्रोफेशन में आना वास्तव में समाज और मानवता की सेवा करना है। इस पेशे में आपको अपनी स्किल्स को बढ़ाने, आधुनिक तकनीकों को जानने और आने वाले लेटेस्ट ज्ञान को समझने और अपने टेलेंट के साथ अच्छे से लोगों की सेवा करना है। डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन ने कहा, यूके के एनएचएस की टीम ने हमारी यूनिवर्सिटी के नर्सिंग कॉलेज से 07 पीजी स्टुडेंट्स और एल्युमिनाई का चयन किया है। वे लोग सेकेंड राउंड के चयन के लिए भी तैयार है। यह हमारे लिए गौरव के पल हैं। निदेशक हॉस्पिटल श्री अजय गर्ग बोले, नर्सेंज ट्रेनिंग कार्यक्रमों में प्रतिभाग करके ही अपनी स्किल्स को डवलप कर सकती हैं। नर्सों को ट्रेनर्स से सवाल करने होंगे और उसके जवाब के बाद उसे करके सीखना होगा। उन्होंने हॉस्पिटल की ओर से नर्सों और दीगर स्टाफ के स्किल डवलमेंट के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों और भविष्य में शुरू किए जाने वाले कार्यक्रमों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। इस मौके पर पैथोलॉजी की एचओडी प्रो. सीमा अवस्थी, नर्सिंग सुप्रीडेंटेंट श्रीमती सीके वाजपेयी, एएनएस- श्रीमती सीमा प्रसाद, श्रीमती जायस सोनिया वालटर, श्रीमती शालिनी विल्सन, डिप्टी डायरेक्टर फाइनेंस श्री अमित गुप्ता, मैनेजर एडमिनिस्ट्रेशन श्री अनिल गुप्ता, श्री वैभव जैन, असिस्टेंट मैनेजर एचआर- श्रीमती सोनिका भटनागर, श्रीमती सोनिका भटनागर, मिस सेलजा, श्री रोबिन, मिस रितु आदि भी मौजूद रहे।