उत्तराखण्ड
उत्तराखंंड में अब 10वीं पास महिला-पुरुष ही बन सकेंगे होमगार्ड, भर्ती प्रक्रिया में हुए बड़े बदलाव
देहरादून: उत्तराखंड में होमगार्ड की भर्ती में बड़े बदलाव किए गए हैं। ऐसे में अगर आप होमगार्ड की भर्ती के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो इन तमाम बदले हुए नियमों को जरूर पढ़ लें। बीती भर्ती मानकों में बदलाव का शासनादेश शासन ने बीती चार मई को जारी किया। इसके तहत अब 10वीं उत्तीर्ण महिला-पुरुष ही होमगार्ड भर्ती में शामिल हो सकेंगे। जबकि, पूर्व में पर्वतीय जिलों के लिए शैक्षिक योग्यता पांचवीं पास और मैदानी जिलों के लिए आठवीं पास थी।
ऐसे में अब दसवीं से कम पढ़े लोग होमगार्ड के लिए अप्लाई नहीं कर पाएंगे। वहीं पूर्व में भर्ती में शामिल होने के लिए अधिकतम आयु सीमा 50 वर्ष थी, जिसे घटाकर 40 वर्ष कर दिया गया है। जबकि, न्यूनतम आयु पूर्व की भांति 18 वर्ष ही रहेगी। इसके अलावा पुरुष अभ्यर्थियों के लिए लंबाई में छूट का प्रविधान भी किया गया है। पुरुष अभ्यर्थियों को लंबाई में छूट देते हुए इसका मानक नागरिक पुलिस के समान कर दिया गया है। इस क्रम में सामान्य व ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए लंबाई का मानक 167.7 सेमी से घटाकर 165 सेमी किया गया है।
इसी तरह अनुसूचित जाति-जनजाति के अभ्यर्थियों के लिए लंबाई का मानक 162 की जगह 157.5 सेमी और पर्वतीय क्षेत्र के अभ्यर्थियों के लिए 162.7 की जगह 160 सेमी किया गया है। वहीं वर्तमान में होमगार्ड विभाग में 215 महिला होमगार्ड तैनात हैं, जो देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल जिले में सेवा दे रही हैं। इस वर्ष प्रदेश के अन्य 10 जिलों में भी 330 पदों पर महिला होमगार्ड की भर्ती होने जा रही है।
इसमें ऊधमसिंह नगर, पिथौरागढ़, चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, उत्तरकाशी और टिहरी जिला शामिल है। यहां होमगार्ड स्वयंसेवकों की एक-एक महिला प्लाटून की भर्ती की जानी है। छह दिसंबर 2022 को होमगार्ड विभाग के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी घोषणा की थी। यह भर्ती प्रक्रिया जुलाई 2023 तक हो सकती है।
