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Cyber Fraud इंटरनेट मीडिया पर यदि कोई किसी अच्छे अस्पताल या किसी डाक्टर का नाम ढूंढता है तो सबसे ऊपर साइबर ठगों की वेबसाइट प्रदर्शित होती है। एसटीएफ के पास इस संबंध में तीन शिकायतें आई हैं।

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ठगों ने निकाला चूना लगाने का नया तरीका, आप भी ऑनलाइन अप्‍वॉइंटमेंट लेते हैं तो जरूर पढ़ें ये खबर

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देहरादून: साइबर ठग समय-समय पर ठगी करने के तरीके बदलते रहते हैं। ठगों ने अब स्वास्थ्य परामर्श और इलाज के नाम पर ऑनलाइन ठगी करनी शुरू कर दी है।

इंटरनेट मीडिया पर यदि कोई किसी अच्छे अस्पताल या किसी डाक्टर का नाम ढूंढता है तो सबसे ऊपर साइबर ठगों की वेबसाइट प्रदर्शित होती है।

एसटीएफ के पास इस संबंध में तीन शिकायतें आई

अस्पताल या डाक्टर की जगह इसमें ठग का नंबर रहता है। जब कोई डाक्टर के अपाइंटमेंट के लिए फोन करता तो ठग मोबाइल पर लिंक भेजकर क्लिक करने को कहते हैं या स्क्रीन शेयरिंग एप डाउनलोड कराते हैं।

इसके बाद बैंक खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारी या फोन का एक्सेस अपने पास लेकर ठग रकम निकाल लेते हैं।एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि साइबर ठगों ने अस्पताल या चिकित्सक के अप्वाइंटमेंट के नाम पर ठगी करने का नया तरीका शुरू किया है।

एसटीएफ के पास इस संबंध में तीन शिकायतें आई हैं। इसके अलावा मैक्स अस्पताल ने भी शिकायत दर्ज कराई है। ठग फर्जी एप व वेबसाइट बनाकर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। एसएसपी ने आमजन से अपील की है कि वह अधिकृत वेबसाइट पर जाकर ही किसी भी अस्पताल के चिकित्सक से अप्वाइंटमेंट लें। इसको लेकर जल्द ही एसटीएफ गाइडलाइन भी जारी करने जा रही है।

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ऐसे हो रही है धोखाधड़ी

साइबर थाने के सीओ अंकुश मिश्रा ने बताया कि कोई व्यक्ति गूगल पर अस्पताल या डाक्टर का नंबर ढूंढता है तो ठगों की बनाई वेबसाइट सबसे टाप पर प्रदर्शित होती है।

वेबसाइट पर क्लिक करते ही ठगों के मोबाइल नंबर सामने आ जाते हैं। इन नंबरों में जब कोई जरूरतमंद फोन करता है तो ठग अप्वाइंटमेंट बुक करने का झांसा देकर उसके मोबाइल नंबर पर एक लिंक भेजते हैं, जिसे क्लिक करने पर एक एप खुद ही डाउनलोड हो जाता है।

इससे मोबाइल का एक्सेस ठग के पास चला जाता है। इस बीच ठग एक फार्म भरवाएगा, जिसमें आपकी गोपनीय जानकारी होगी और फिर पांच से 10 रुपये ऑनलाइन भुगतान की बात कहेगा। इसके बाद वह बैंक खाते पर सेंधमारी कर देते हैं।

ठगी से ऐसे बचें

  • किसी भी अनजान लिंक पर तुरंत क्लिक न करें।
  • अस्पताल या डाक्टर की आफिशियल वेबसाइट से नंबर प्राप्त करें।
  • अपने बैंक खाते की डिटेल्स किसी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें।
  • किसी के कहने पर तुरंत रुपये ट्रांसफर न करें।
  • इंटरनेट से लिए गए फोन नंबरों पर पैसे ट्रांसफर करने से बचें।
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केस-1

सरिता निवासी डांडा लखौंड ने 12 अप्रैल को मैक्स अस्पताल के चिकित्सक का ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट लेने के लिए इंटरनेट मीडिया पर सर्च किया। एक मोबाइल नंबर दिखने पर उन्होंने उस पर संपर्क किया तो ठग ने 13 अप्रैल को साढ़े 11 बजे की अप्वाइंटमेंट देने का झांसा दिया। चिकित्सक की फीस ऑनलाइन जमा करने के लिए ठग ने सरिता से फोन पर ऑनलाइन एक्सेस एप डाउनलोड कराया और ऑनलाइन 101 रुपये का पेमेंट कराया। इसके कुछ घंटे बाद उनके बैंक खाते 88 हजार रुपये कट गए। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

केस – 2

आइएमए से सेवानिवृत्त वीरेंद्र प्रसाद को मैक्स अस्पताल में अपना हेल्थ चेकअप करवाना था। उन्होंने 20 मार्च को इंटरनेट मीडिया पर अस्पताल का नंबर सर्च किया। जिससे प्राप्त एक नंबर पर संपर्क किया और चिकित्सक से मिलने के लिए अप्वाइंटमेंट लेने की बात कही। साइबर ठग ने कहा कि अप्वाइंटमेंट के लिए उन्हें पांच रुपये एडवांस ऑनलाइन भेजने होंगे, जिसके बाद टोकन मिलेगा। इस दौरान ठग ने वीरेंद्र के मोबाइल पर एक लिंक भेजा। इस लिंक पर क्लिक करते ही बैंक खाते से एक लाख रुपये निकल गए।

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संपादक - कस्तूरी न्यूज़

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