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उत्तराखण्ड

सीएम धामी के बड़े बयानों से शुरू हुई वेरिफिकेशन ड्राइव दूसरे ही दिन सुस्त, ये है बड़ी वजह

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देहरादून. चार धाम यात्रा की तैयारियों को लेकर एक तरफ उत्तराखंड पुलिस के कप्तान ने बैठक ली, तो दूसरी तरफ उत्तराखंड पुलिस की सत्यापन मुहिम दूसरे ही दिन सुस्त नज़र आई. बाहरी लोगों के सत्यापन के लिए पुलिस ने 10 दिनों का सत्यापन अभियान शुरू किया था. पुलिस ने गुरुवार यानी 21 अप्रैल को ‘ऑपरेशन मर्यादा’ के नाम से ड्राइव के तौर पर इसे खूब ज़ोर शोर से उठाया. पहले ही दिन 200 से ज़्यादा संदिग्धों को पकड़ा भी गया, लेकिन दूसरे ​ही दिन इस ​अभियान की रफ्तार फोर्स की कमी के चलते ढर्रे पर आती दिखी.

पुलिस ने गुरुवार को प्रदेश भर में ठेली, रेहड़ी से लेकर किराए पर रह रहे लोगों के वेरिफिकेशन को बड़े पैमाने पर शुरू किया. प्रदेश भर में 201 संदिग्ध पकड़े गए. सिर्फ देहरादून में ही 56 संदिग्ध पकड़े गए. लेकिन दूसरे दिन जब देहरादन में नेहरू कॉलोनी, डालनवाला, आराघर चौकी पर न्यूज़ 18 की टीम वेरिफिकेशन ड्राइव के बारे में जानकारी लेने पहुंची, तो 2 बजे तक कोई भी टीम मौके पर नहीं थी. स्थानीय लोग इस ड्राइव के बारे में चर्चा करते दिख रहे थे.

पुलिस से कारण पूछा गया, तो कहीं पुलिसकर्मियों ने जुमे की नमाज़ को कारण बताया, तो कहीं जुलूस कंट्रोल में ड्यूटी और दूसरी विवेचना में व्यस्तता का हवाला दिया गया. एसपी सिटी सरिता डोभाल ने इस बारे में कहा कि हमने सभी थानों को अपने स्तर पर वेरिफिकेशन करने को कहा है. व्यस्तताओं के हिसाब से चौकी इंचार्ज को ही काम करवाना है. इधर, गुपचुप ढंग से पुलिस फोर्स की कमी को ही कारण बताया जा रहा है.

क्या है ड्राइव और पुलिस की स्थिति?
— 21 अप्रैल को 4000 से ज्यादा लोगों के सत्यापन हुए.
— प्रदेश भर में कुल 201 संदिग्ध पकड़े गए.
— हर दारोगा को औसतन 35 विवेचना रोज़ करने का टारगेट दिया गया है.
— पुलिस विभाग में 4200 से ज्यादा पोस्ट खाली हैं.
— पुलिस के पास 1187 दारोगा, 1397 हेड कांस्टेबल और 10227 कांस्टेबल हैं.

गौरतलब है कि चार धाम यात्रा में गैर हिंदुओं को प्रवेश न देने की संत समाज की मांग पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने वेरिफिकेशन ड्राइव के निर्देश दिए थे. चार धाम यात्रा के मद्देनज़र एसडीआरएफ की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को डीजीपी अशोक कुमार ने यात्रा मार्गों पर व्यवस्था के संबंध में आदेश और अहम हिदायतें दीं.

– मोरी, घनसाली, गैरसैंण और चम्पावत में SDRF की स्थायी पोस्ट खुलेगी.
– मानसून में राहत, बचाव काम के लिए धारचूला में SDRF की पोस्ट खोलने के निर्देश.
– यात्रा रूटों पर पड़ने वाले पुलिस थानों, चौकियों में SDRF से ट्रेनिंग प्राप्त 2-2 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी.
– आपदा मित्रों को राहत और बचाव कार्याें की ट्रेनिंग, आपदा की स्थिति में रिस्पॉंस टाइम पर ध्यान देने की हिदायत.
– मानसून से पहले आपदा की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों की मैपिंग कर व्यवस्थापन का प्लान तैयार करने के निर्देश.
– बाढ़ राहत की हर टीम को उपकरण दिए जाएंगे.

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संपादक - कस्तूरी न्यूज़

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