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जूपिटर के चंद्रमा पर छिपे हो सकते हैं एलियंस, वैज्ञानिकों ने ऐसा कनेक्शन

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न्यूयॉर्क. क्या वाकई एलियन होते हैं? यूएफओ क्या सच में दिखाई देती हैं? धरती से परे क्या किसी अन्य ग्रह में भी जीवन संभव हैं? अगर एलियन सच में होते हैं तो वो दिखते कैसे होंगे? क्या वो इंसानों के लिए खतरा है? जब भी एलियन की बात उठती है यह कुछ सवाल अचानक हमारे मस्तिष्क में कौंधने लगते हैं. कभी कोई एलियन को देखे जाने की बात कहता है तो कभी कोई यूएफओ देखने का दावा करता है. लेकिन अब तक कोई एलियंस को लेकर वैज्ञानिक सबूत नहीं मिले हैं. लेकिन, हाल ही में हुए एक रिसर्च में वैज्ञानिकों ने कहा है कि सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति (जूपिटर) के चंद्रमा (उपग्रह) पर एलियंस हो सकते हैं.

ग्रीनलैंड से मिलती-जुलती है यूरोपा की भौगोलिक स्थिति
रिसर्चर्स का दावा है कि हो सकता है एलियन (Alien) बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा (Europa) पर रह रहे हों. यूरोपा की ज्यादातर सतह पूरी तरह बर्फ से ढकी हुई है. हाल ही में वैज्ञानिकों ने पाया है कि यूरोपा पर पानी भी हो सकता है. यूरोपा की भौगोलिक स्थिति ग्रीनलैंड से मिलती-जुलती है. ग्रीनलैंड में बर्फ के नीचे पानी में जीवन मिलता है. यहां झींगा, जेलिफिश और घोंघे मिलते हैं.

यूरोपा पर सैकड़ों किलोमीटर लंबी लकीरें
इसी के आधार पर वैज्ञानिकों का मानना है कि यूरोपा में बर्फ की कठोर सतह के नीचे पानी में जीवन हो सकता है. वैज्ञानिकों ने अपनी खोज के दौरान यूरोपा पर सैकड़ों किलोमीटर लंबी लकीरें देखी हैं, जो उठी हुई बर्फ है. इन्हें डबल रिज (Double Ridges) कहते हैं. यह लकीरें उत्तर-पश्चिम ग्रीनलैंड की ही तरह विशेषताएं साझा करती हैं.

बर्फ के नीचे पानी में हो सकता है जीवन
नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के डॉ. ग्रेगर स्टीनब्रुग का कहना है कि 20 सालों से ज्यादा समय से लोग इन डबल रिज पर अध्ययन कर रहे हैं. लेकिन पहली बार वैज्ञानिकों ने कुछ ऐसा देखा है जैसा पृथ्वी पर होता है. उन्होंने कहा कि हम यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि बर्फीले यूरोपा पर आखिर किस तरह की फिजिक्स और गतिशीलता की प्रक्रियाएं हावी हैं?

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डस्टिन श्रोएडर ने कहा कि अगर बर्फ के नीचे पानी है तो जीवन की संभावना है. जिस तरह की भौगोलिक स्थिति ग्रीनलैंड में देखने को मिली है वैसा ही कुछ यूरोपा पर देखने को मिला है, जिससे अनुमान लगा सकते हैं कि यहां हर जगह पानी है.

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संपादक - कस्तूरी न्यूज़

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