उत्तराखण्ड
कुमाऊं में दहाड़े PCC चीफ, CM धामी को दमदार चुनौती देने का दावा, नई टीम की हुंकार भी भरी
हल्द्वानी. चंपावत विधायक कैलाश गहतोड़ी के विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने उपचुनाव में दमखम दिखाने की ताल ठोक दी है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार हल्द्वानी पहुंचे करन माहरा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि उपचुनाव कांग्रेस के लिए कोई चुनौती नहीं है क्योंकि पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री रहते हुए खटीमा से कांग्रेस के हाथों ही चुनाव हार चुके हैं. धामी के उपचुनाव के साथ ही कांग्रेस के संगठन को लेकर चल रही अंदरूनी उठापटक के बारे में भी माहरा ने टीम में बदलाव के संकेत दिए.
माहरा ने कहा, धामी चूंकि अपने विधानसभा क्षेत्र खटीमा से हार गए इसलिए अब सीट बदलकर चंपावत से चुनाव लड़ने के मूड में हैं, लेकिन कांग्रेस दमखम के साथ उनका मुकाबला करने के लिए तैयार है. भाजपा के टिकट पर गहतोड़ी चंपावत से दूसरी बार विधायक चुने गए थे. इस बार उन्होंने कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल को 5000 से ज़्यादा वोटों से हराया था. अब माहरा ने चंपावत से दमदार कैंडिडेट उतारने की बात भी कही.
‘फूलों से नहीं, काम करने से ही बात बनेगी’
कांग्रेस में नए प्रदेश अध्यक्ष के कमान संभालते ही यह चर्चा भी गर्म है कि आखिर प्रदेश कांग्रेस की नई टीम कैसी होगी? जवाब खुद नए प्रदेश अध्यक्ष ने देकर साफ कर दिया है कि कई पुराने और सुस्त लोगों का सफ़ाया करीब है. प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार कुमाऊं दौरे पर पहुंचे माहरा का फूलों से स्वागत करने पहुंचे कार्यकर्ताओं से माहरा ने कहा कि इन फूलों से काम नहीं चलेगा बल्कि उनकी टीम में वही जगह पाएगा, जो काम का होगा.
दूसरी तरफ, कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी नए प्रदेश अध्यक्ष से पार्टी ढांचे में बदलाव की आस लगाए बैठे हैं. जाहिर है करन माहरा को प्रदेश अध्यक्ष और यशपाल आर्य के नेता प्रतिपक्ष बनाने के साथ ही कांग्रेस ने बड़ा दांव खेला है. कांग्रेस को इस मुश्किल दौर में ऐसे ही तेवरों की ज़रूरत भी है, जैसे करन माहरा ज़ाहिर कर रहे हैं.