उत्तराखण्ड
बनभूलपुरा के लोगों ने सलमान खुर्शीद से की मुलाकात, सुप्रीम कोर्ट में मजबूती से खड़ा होने का दिया भरोसा
पूर्व केंद्रीय मंत्री व सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सलमान खुर्शीद संग बनभूलपुरा क्षेत्र के लोगों ने शनिवार को रामपुर रोड स्थित एक निजी होटल में मुलाकात की। इस दौरान लोगों ने रेलवे अतिक्रमण का मामला रखा। कहा कि रेलवे के अतिक्रमण आंदोलन की वजह से हजारों लोगों के सामने संकट की स्थिति बन गई है। वहीं, प्रकरण को सुनने के बाद पूर्व कानून मंत्री ने आश्वस्त किया कि अगर इस प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट जाने की जरूरत पड़ेगी तो वह मजबूती से खड़े रहेंगे।
इस दौरान युवक कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष गुरप्रीत सिंह प्रिंस, हाजी सरफराज, मोहम्मद फैज, सैय्यद आसिफ अली, इकराम कुरैशी, मोकिन सैफी, सालिम सिद्दीकी, समीर खान, उवैश सिद्दीकी, वसील अहमद, कुंदन कुंजवाल, विनीत बोरा, परवेज सिद्दीकी, मोबिन, मुमताज बेगम, सलीम सैफी, शहनवाज, फैजान, जसकरन सिंह, तरन बिंद्रा, विक्की नरूला आदि मौजूद रहे।
चार हजार से अधिक घर कार्रवाई की जद में
हल्द्वानी में रेलवे की जमीन पर 4356 भवन कार्रवाई की जद में हैं। बताया जाता है कि 47 साल पहले रेलवे की भूमि खाली थी। अतिक्रमण के मकडज़ाल ने जमीन को घेर लिया। कई सरकारी स्कूल, अस्पताल और धर्म स्थल बने। इसके लिए जितना दोषी लोग हैं उतनी ही पूर्व की सरकारें भी। वोट बैंक के लिए लोगों का इस्तेमाल किया गया। रेलवे की जमीन पर बैठे लोगों के स्थाई प्रमाणपत्र के साथ ही आधार कार्ड व राशन कार्ड बना दिए गए।
सरकारी भवन और धार्मिक स्थल भी जद में
हल्द्वानी में रेलवे भूमि पर अतिक्रमण की जद में पांच स्कूल व एक अस्पताल भी आ रहे हैं। इसके अलावा धार्मिक स्थल व पानी के ओवरहैड टैंक भी शामिल हैं। रेलवे की जमीन पर गोपाल मंदिर, शिव मंदिर समेत पांच मंदिर भी बने हुए हैं। साथ ही 20 मस्जिदें भी हैं। इंदिरानगर व गफूरबस्ती में कई समुदाय के लोग निवासरत हैं। हालांकि ज्यादा आबादी एक समुदाय विशेष की है। इसके अलावा दो पेयजल टैंक भी इंदिरानगर व गफूरबस्ती में रेलवे की जमीन पर बने हुए हैं।