उत्तराखण्ड
देहरादून में अवैध निर्माण पर एमडीडीए की कार्रवाई, 32 निर्माण सील; 27 बीघा अवैध प्लाटिंग तोड़ी
देहरादून। अवैध निर्माण पर लंबे समय बाद मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के तेवर तल्ख दिख रहे हैं। बुधवार को एमडीडीए की टीम ने एक ही दिन में 32 निर्माण सील कर दिए, जबकि 27 बीघा अवैध प्लाटिंग भी ध्वस्त कर दी।
एमडीडीए के अनुसार, माजरी ग्रांट में चुन्नी लाल ने बिना ले-आउट पास कराए 27 बीघा भूमि पर प्लाटिंग शुरू कर दी थी। नोटिस और चालानी कार्रवाई के बाद भी प्लाटिंग बंद न करने पर बुधवार को प्लाटिंग सील कर दी गई।
वहीं, रानीपोखरी में वीरेंद्र सिंह कौशल ने मानचित्र स्वीकृत कराए बिना भूतल व प्रथम तल पर 26 दुकानों का निर्माण कर दिया था। एमडीडीए सचिव एमएस बर्निया के आदेश पर इन दुकानों को सील कर दिया गया। रानीपोखरी में ही कुंदन सिंह की छह दुकानों पर भी सीलिंग की कार्रवाई की गई है।
एमडीडीए उपाध्यक्ष बीके संत ने निर्देश जारी किए हैं कि अवैध निर्माण के लंबित प्रकरणों पर सुनवाई तेज की जाए। जिसमें कंपाउंडिंग नहीं की जा रही है या कंपाउंडिंग संभव नहीं, उन्हें शीघ्र सील किया जाए।
मांडूवाला में 18 बीघा प्लाटिंग पर चलेगी जेसीबी
एमडीडीए उपाध्यक्ष के संज्ञान में आया है कि मांडूवाला में डाल्फिन इंस्टीट्यूट के पास नियमों को धता बताते हुए अवैध प्लाटिंग कर दी गई है। यहां प्लाट भी बेचे जाने लगे हैं।
इस पर एमडीडीए ने अनिल बोरा, बृजेश नेगी और राकेश पर चालानी कार्रवाई करते हुए लेआउट पास कराए जाने तक प्लाटिंग न करने के निर्देश दिए थे। एमडीडीए ने प्लाटिंग करने वाले व्यक्तियों को सुनवाई के लिए भी तलब किया था, लेकिन उनके उपस्थित न होने और लेआउट पास न कराने के चलते प्लाटिंग को ध्वस्त करने का निर्णय लिया गया है।
इसकी वजह यह भी है कि यहां एक भवन की नींव भी रखी जाने लगी है। उपाध्यक्ष ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मांडूवाला समेत अवैध प्लाटिंग के लंबित मामलों पर त्वरित रूप से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाए।
रेरा भी शुरू करेगा कार्रवाई
नियमों के मुताबिक 500 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्रफल के भूखंड पर प्लाटिंग के लिए रेरा में पंजीकरण कराना जरूरी है, लेकिन तमाम प्रापर्टी डीलर इस नियम का पालन नहीं कर रहे। रेरा अध्यक्ष रबींद्र पंवार के मुताबिक बिना पंजीकरण प्लाटिंग करने वालों का ब्योरा तलब किया जा रहा है। इस संबंध में एमडीडीए से भी जानकारी मांगी जा रही है।