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पंजाब में पूर्व सीएम के कार्यकाल में सीएमओ में तैनात अधिकारियों से भी होगी पूछताछ, चरणजीत सिंह चन्नी की भूमिका संदिग्ध
चरणजीत सिंह चन्नी के कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में तैनात अधिकारियों से भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूछताछ करेगा। दरअसल बुधवार को पूछताछ के दौरान चन्नी ने ट्रांसफर व पोस्टिंग से जुड़े फैसलों से पल्ला झाड़ते हुए इसकी जिम्मेदारी सीएमओ में तैनात अधिकारियों पर डाल दी थी। अब इन अधिकारियों से ट्रांसफर व पोस्टिंग का असली कारण पूछा जाएगा।
ट्रांसफर व पोस्टिंग के आरोपों से चन्नी ने किया इन्कार
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चन्नी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान पैसे लेकर बड़े पैमाने पर ट्रांसफर व पोस्टग किये जाने के ठोस सबूत हैं। उनके अनुसार चन्नी के भांजे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान 10 करोड़ रुपये के साथ-साथ ट्रांसफर व पोस्टिंग से जुड़े दस्तावेज भी मिले थे। पूछताछ के दौरान हनी ने स्वीकार किया था कि उसके कहने पर ट्रांसफर और पोस्टिंग किये गए थे। बुधवार को हनी के बयान और ट्रांसफर व पोस्टिंग के दस्तावेजों को सामने रखकर जब चन्नी से पूछताछ की गई, तो इससे वे साफ मुकर गए।
ट्रांसफर व पोस्टिंग की जिम्मेदारी सीएओ के अफसरों पर डाली
उनका कहना था कि इन ट्रांसफर व पोस्टिंग से उनका कोई लेना-देना नहीं है और इसके लिए उन्होंने कोई निर्देश नहीं दिया था। जाहिर है अब ट्रांसफर व पोस्टिंग के आदेश पर हस्ताक्षर करने वाले अधिकारियों को ईडी को बताना होगा कि किसके कहने पर ये किये गए थे और इससे जुड़े दस्तावेज हनी तक कैसे पहुंच गए थे। इसके साथ ही ट्रांसफर व पोस्टिंग पाने वाले अधिकारियों के बयान भी लिये जा सकते हैं।
पुख्ता सबूत मिलने के बाद हो सकती है कार्रवाई
ईडी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पूरे मामले में चन्नी की भूमिका संदिग्ध है। उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। पुख्ता सबूत जुटाने के बाद ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आगे भी चन्नी से पूछताछ की जाएगी। उन्होंने चन्नी की गिरफ्तारी की आशंका से भी इनकार नहीं किया। ध्यान देने की बात है कि चन्नी के भांजे हनी को ईडी पहले ही गिरफ्तार कर अदालत में चालान भी पेश कर चुका है और फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में है। हनी पर ट्रांसफर व पोस्टिंग के साथ-साथ अवैध रेत खनन में करोड़ रुपये की कमाई करने का आरोप है।