Connect with us

उत्तराखण्ड

हरीश धामी पर कार्रवाई को लेकर पार्टी में छिड़ सकती है रार, नाराज विधायकों में मेल-मिलाप शुरू

खबर शेयर करें -

देहरादून : कांग्रेस में पिथौरागढ़ जिले के धारचूला क्षेत्र से विधायक हरीश धामी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को लेकर रार छिड़ सकती है। धामी की पार्टी के विरोध में तीखी बयानबाजी और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव पर तल्ख टिप्पणी को देखते हुए पार्टी उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करेगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा इसके स्पष्ट संकेत दे चुके हैं।

धामी के बचाव में उतरे हरीश रावत

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत मंगलवार को धामी के बचाव में उतरे। उन्होंने कहा कि धामी उनके बेटे की तरह हैं और जब तक वह जिंदा हैं, धामी कोई गलत कदम नहीं उठा सकते।

प्रदेश में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस की ओर से की गईं नियुक्तियों के विरोध में विधायक धामी मुखर रहे हैं। प्रदेश प्रभारी के खिलाफ जिस तरह उन्होंने तल्ख टिप्पणी की है, उसे देखते हुए उन पर अनुशासन का चाबुक चलने का अंदेशा बना हुआ है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा है कि धामी को कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी धामी के इंटरनेट मीडिया पर जारी किए गए अब तक के बयानों का परीक्षण करेगी। इसके बाद यह कदम उठाया जाएगा।

इस बीच हरीश धामी के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी उतर पड़े हैं। धामी को रावत के बेहद करीबियों में शुमार किया जाता है। मंगलवार को मीडिया से बातचीत में हरीश रावत ने धामी की नाराजगी से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि पार्टी में अब कोई नाराजगी नहीं है। सभी को मना लिया गया है। अगर कोई नाराज है तो मना लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने धामी को अपने बेटा जैसा बताकर पार्टी को भी संकेत दिए हैं।

दिल्ली पहुंचे करन माहरा, राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा नई जिम्मेदारी संभालने के बाद पहली बार मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। वहां उन्होंने प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के साथ पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार नई नियुक्तियों को लेकर विधायकों की नाराजगी, उनकी बयानबाजी के साथ ही प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक वातावरण को लेकर माहरा की राष्ट्रीय नेताओं से चर्चा हुई। विधायक हरीश धामी का मामला अब पार्टी हाईकमान तक पहुंच चुका है।

पार्टी कार्यक्रम में पहुंचे प्रीतम समेत तीन विधायक

प्रदेश में कांग्रेस विधायकों में नाराजगी भले ही हो, लेकिन मेल-मिलाप का सिलसिला भी शुरू हो गया है। पार्टी नेतृत्व के आह्वान पर मंगलवार को धार्मिक सद्भावना कार्यक्रम में पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह समेत तीन विधायक शामिल हुए। बदरीनाथ विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि वह पार्टी के अनुशासित सिपाही हैं। पार्टी जो भी आदेश देगी, पालन करेंगे।

प्रदेश में कांग्रेस हाईकमान की ओर से की गई नियुक्तियों से विधायकों में असंतोष है। इसकी झलक प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के पदभार ग्रहण समारोहों में देखने को मिली। बीते रविवार को माहरा के पदभार ग्रहण कार्यक्रम से 11 विधायक अनुपस्थित रहे।

एक दिन बाद यानी सोमवार को हुए नेता प्रतिपक्ष के पदभार ग्रहण के मौके पर आठ विधायक नहीं पहुंचेे। मंगलवार को पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर हुए कार्यक्रम में शामिल होने दोनों कार्यक्रमों में अनुपस्थित रहे तीन विधायक पहुंचे।

भंडारी के बयान से पार्टी को राहत

पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, चमोली जिले के बदरीनाथ से विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी और टिहरी जिले के प्रतापनगर से विधायक विक्रम सिंह नेगी मंगलवार को गांधी पार्क स्थित धरना स्थल पहुंचे। पूर्व विधायक विजयपाल सिंह सजवाण भी कार्यक्रम में शामिल हुए।

विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि पार्टी से वह व्यक्तिगत नाराजगी हो सकती है, लेकिन पार्टी में सभी साथ हैं। कोई एक विधायक नाराज है तो सभी को नाराज नहीं माना जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि वह चार दिन प्रदेश से बाहर रहे हैं। भंडारी के इस बयान से पार्टी के नवनियुक्त पदाधिकारियों ने भी राहत की सांस ली है।

अभी दूर नहीं हुई नाराजगी

दरअसल, असंतोष प्रबंधन के लिए पार्टी पिछले कई दिनों से हाथ-पांव मार रही है। विधायकों की बढ़ती संख्या से पार्टी में संतोष दिखाई दे रहा है, लेकिन विधायकों के हाव-भाव और चेहरे बता रहे हैं कि नाराजगी पूरी तरह दूर नहीं हुई है। विशेष रूप से प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के खिलाफ पार्टी में व्यापक असंतोष को साधने के लिए नवनियुक्त पदाधिकारियों को भी मशक्कत करनी पड़ सकती है।

Continue Reading

संपादक - कस्तूरी न्यूज़

More in उत्तराखण्ड

Recent Posts

Facebook

Advertisement

Trending Posts

You cannot copy content of this page