उत्तराखण्ड
चारधाम यात्रा से पहलेबढ़ेगा उत्तराखंड में बसों का किराया! जानें कितना बढ़ा कब से
देहरादून. चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की जेब इस बार ज़्यादा ढीली होगी. यात्रा से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस पर फैसला लेंगे कि यात्री बसों का किराया कितना बढ़ाया जाए. परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने प्राइवेट ऑपरेटरों की मांग पर गठित कमेटी की रिपोर्ट पर अंतिम फैसला सीएम धामी पर छोड़ा है. ऐसे में यह तो तय है कि किराया बढ़ेगा क्योंकि साल 2020 से एसटीए ने किराया बढ़ोतरी नहीं की है. लेकिन सवाल यह है कि किराया बढ़ाने के पीछे तर्क क्या हैं?
तैयार प्रपोजल में रोडवेज प्रबंधन ने 35 से 40 पैसे प्रति किलोमीटर किराया बढ़ाने का एक प्रस्ताव भेजा है. कीमतें बढ़ाने के पीछे मुख्य तौर पर जो वजहें बताई गई हैं, उनमें टोल प्लाज़ा से आने वाली गाड़ियों का एक एस्टीमेट और डीज़ल व वाहनों के पार्ट्स की महंगाई शामिल हैं. किराया बढ़ने से एक तरफ जहां लोगों को परेशानी हो सकती है, वहीं रोडवेज़ अपनी कमाई में बढ़ोत्तरी की उम्मीद कर रहा है. हालांकि यह खबर भी आ चुकी है कि रोडवेज़ के पास चार धाम यात्रा की डिमांड के हिसाब से बस संचालन का टोटा ही है.
किराया बढ़ोत्तरी पर क्या हैं हलचलें?
सिटी बस यूनियन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल का कहना है कि वह 20 से 22 प्रतिशत तक किराया बढ़ोत्तरी चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने एसटीए को प्रपोज़ल भेजा है. वहीं, टोल से आने वाली बस का किराया पिछले महीने ही 10 से 15 रुपए तक बढ़ाया गया. इसके पीछे सेंटर की तरफ से टोल वृद्धि का हवाला दिया गया था.
इधर, परिवहन मंत्री चंदन राम दास का कहना कि कुमाऊं में भी एक समीक्षा बैठक की जाएगी, जिसमें चार धाम की तैयारियों और यात्रियों को होने वाली दिक्कतों को हल करने पर विचार किया जाएगा. माना जा रहा है कि उसी मीटिंग में किराया बढ़ोतरी पर अंतिम मुहर लग सकती है. गौरतलब है कि मैदानी रूट पर रोडवेज़ बसों का किराया अभी एक रुपये 26 पैसे प्रति किमी तय है जबकि, पहाड़ी रास्तों पर प्रति किमी एक रुपये 72 पैसे.
लड़कियों की बसों में महिला कंडक्टर
हाल में, उत्तराखंड सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए सभी प्राइवेट स्कूलों के लिए अनिवार्य किया कि वो लड़कियों की बसों के लिए महिला बस कंडक्टर की नियुक्ति करें. यही नहीं, महिला कंडक्टर की गैर हाज़िरी में स्कूल स्टाफ की किसी महिला की उपस्थिति अंतिम स्टूडेंट के बस से उतर जाने तक रहने के निर्देश भी दिए गए. इस बारे में पूरी गाइडलाइन स्कूलों को जारी कर दी गई है.