उत्तराखण्ड
कांग्रेस के हाथ से निकले विधायक तो ? भाजपा अलर्ट, लपकेंगे हाथोंहाथ, पैनी निगाह
देहरादून : प्रदेश कांग्रेस में चल रहे घटनाक्रम पर भाजपा गंभीरता से नजर बनाए हुए है। यद्यपि, पार्टी ने इसे कांग्रेस का अंदरूनी मामला बताया है, लेकिन इस विषय को मुख्यमंत्री के लिए विधानसभा की सीट तलाशने के मद्देनजर अवसर के तौर पर भी देखा जा रहा है। चर्चा यह भी है कि कांग्रेस के कुछ विधायक भाजपा के संपर्क में हैं।
पार्टी में घमासान
विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार मिली पराजय से कांग्रेस पहले ही सकते में है। अब कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और उपनेता प्रतिपक्ष के चयन के बाद से पार्टी में घमासान मचा हुआ है। इस मामले में पार्टी के कुछ विधायकों की नाराजगी तो खुलकर सामने आई है। यही नहीं, पार्टी कार्यकर्ताओं के त्यागपत्र देने का भी क्रम बना हुआ है।
मुख्यमंत्री को छह माह के भीतर चुनाव जीतना है
सत्ताधारी दल होने के नाते भाजपा कांग्रेस में चल रहे घटनाक्रम पर करीब से नजर बनाए हुए है। वह कांग्रेस के भीतर उपजे असंतोष को अवसर के रूप में देख रही है। दरअसल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को छह माह के भीतर चुनाव जीत कर सदन में आना है। उनके लिए उपयुक्त सीट की तलाश चल रही है।
ऐसे में मुख्यमंत्री के लिए भाजपा को अपने किसी विधायक से सीट खाली करानी पड़ेगी। इसके अलावा पार्टी अन्य विकल्पों को भी देख रही है। वह यह चाहेगी के मुख्यमंत्री के लिए ऐसी सीट देखी जाए, जिससे पार्टी विधायकों की संख्या में बढ़ोतरी हो। यह तभी संभव है, जब विपक्ष के किसी विधायक को अपनी सीट छोडऩे के लिए पार्टी तैयार कर ले। पूर्व में ऐसे उदाहरण सामने आ चुके हैं।
इस परिदृश्य के बीच वर्तमान में जिस तरह से मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के अंदरूनी हालात हैं, उससे यह संकेत मिल रहे हैं कि कुछ विधायक कांग्रेस छोड़ सकते हैं। ऐसे में भाजपा के लिए यह अवसर उपयुक्त हो सकता है। यद्यपि, पार्टी नेता इस विषय पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। उधर, भाजपा के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने कहा कि भाजपा सत्ताधारी दल है तो ऐसे में विपक्ष में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रहना स्वाभाविक है।
‘कांग्रेस में वर्तमान में जो कुछ भी चल रहा है, वह उसका अंदरूनी मामला है। इससे भाजपा को कोई मतलब नहीं है।’
– मदन कौशिक, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा

