अंतरराष्ट्रीय
रूस से लगातार कच्चे तेल की खरीद से भड़का अमेरिका, भारत को दी चेतावनी
रूस से सस्ते दाम में तेल खरीद रहे भारत को अमेरिका ने चेतावनी दी है। अमेरिका ने कहा है कि रूस से लगातार तेल की खरीद नई दिल्ली को महंगी पड़ सकती है क्योंकि अमेरिका रूस के खिलाफ कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है। अमेरिका ने रूस पर फिलहाल जो प्रतिबंध लगाया है उसमें उसने दूसरे देशों को रूस से तेल खरीदने पर कोई पाबंदी नहीं लगाई है। कहा जा रहा है कि अमेरिका अब रूस के खिलाफ कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत समेत कुछ देश रूस से सामान्य से ज्यादा कच्चा तेल खरीद रहे हैं क्योंकि रूस सस्ते दाम पर तेल बेच रहा है।
अमेरिकी अधिकारी का ये बयान ऐसे समय पर आया है जब रूस के विदेश मंत्री चीन के बाद दो दिवसीय भारत दौरे पर दिल्ली में हैं। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़े तेल आयातक देश है। यही वजह है कि रूस की नजर भारत पर है जो यूक्रेन के खिलाफ जंग छिड़ने के बाद से लगातार बड़े पैमाने पर रूस से कच्चा तेल खरीद रहा है। कई देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं जिसके बाद उन्होंने रूस से तेल लेना बंद कर दिया है। यही कारण है कि रूस अब औने-पौने दाम पर भारत को कच्चा तेल बेच रहा है। भारत भी धडल्ले से रूस से तेल खरीद रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक 24 फरवरी को शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से भारत रूस से 13 मिलियन बैरल तेल खरीद चुका है। पिछले पूरे साल में भारत ने रूस से 16 मिलियन बैरल तेल खरीदा लेकिन भारी डिस्काउंट के चलते भारत रूस से खूब तेल खरीद रहा है। इस डील पर अमेरिका की बारीक नजर बनी हुई है। अमेरिका का कहना है कि उसे भारत के रूस से तेल खरीदने पर कोई आपत्ति नहीं है। अमेरिका की आपत्ति इस बात को लेकर है कि भारत जरूरत से ज्यादा तेल रूस से ना खरीदे। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पिछले दिनों कहा भी था कि रूस और भारत के बीच कच्चे तेल के बढ़ते व्यापार पर उनकी नजर है। उन्होंने कहा था कि यूक्रेन में युद्ध रोकने के लिए वो भारत समेत अपने मित्र देशों के साथ बात कर रहे हैं।

