उत्तराखण्ड
उत्तराखंड: बंद पड़ी इन 10 विद्युत परियोजनाओं पर फिर शुरू होगा काम, जानें कितनी बनेगी बिजली
देहरादून. ऊर्जा की दिशा में उत्तराखंड (Uttarakhand) अब आगे कदम बढ़ाने जा रहा है. यहां पर जो परियोजनाएं लम्बे समय से बंद पड़ी थीं उन पर फिर से काम शुरू होगा. इन 10 परियोजनाओं से प्रदेश को 770 मेगावाट बिजली मिलेगी. जिन पर अब केंद्रीय मंत्रालय ने हर हाइड्रो प्रोजेक्ट को अलग-अलग स्वीकृतियां देने की बात कही है, जिसमें सबसे पहले चमोली जिले के बावला नन्दप्रयाग को स्वीकृति के लिए भेजा गया है.
दरअसल, साल 2013 की आपदा के बाद प्रदेश में करीब 70 परियोजनाओं को बंद किया गया था. जिसका बड़ा कारण ये दिया गया था कि इन परियोजनाओं से प्रदेश में आपदाएं आने की सम्भावना हैं और परियोजनाओं से बड़ा खतरा है. जिसमें से 24 परियोजनाओं को सुप्रीम कोर्ट ने भी बंद करने के आदेश दिए थे. इन परियोजनाओं के बीच 10 ऐसे हाइड्रो प्रोजेक्ट्स थे जिनपर किसी भी प्रकार की आपत्तियां नहीं थीं, लेकिन इनको भी बंद कर दिया गया था. इनपर अब दोबारा से काम शुरू करने के लिए तैयारी की जा रही है. इन परियोजनाओं से करीब 770 मेगावाट बिजली मिलेगी.
ये वो परियोजना है जिसपर केन्द्रीय पावर मंत्रालय ने अलग अलग स्वीकृति देने की बात कही है, एमडी UJVNL संदीप सिंघल ने बताया कि जिसमें सबसे पहले 300 मेगावाट की बावला नन्द प्रयाग हाइड्रो प्रोजेक्ट पर सभी क्लेरेंस के लिए भेजा गया है और जिसपर जल्द काम शुरू होगा. इन परियोजनाओं के पाइपलाइन में आने से प्रदेश में चल रही बिजली किल्लत तो दूर होगी ही साथ में प्रदेश में रोजगार के भी नये आयाम खुलेंगे.
कौन सी परियोजनाएं होंगी दोबारा शुरू
1-बावला नन्दप्रयाग -300 मेगावाट
2-देवसारी- 252 मेगावाट
3-नंदप्रयाग लंगासू – 100 मेगावाट
4-भिलंगना-2A – 24 मेगावाट
5- भिलंगना-2B – 24 मेगावाट
6-भिलंगना-2C -21 मेगावाट
7-मेलखेत-24.3 मेगावाट
8 -देवाली – 13 मेगावाट
9 -कलिगंगा-2 -6 मेगावाट
10 -कोट बूढ़ा नगर- 6 मेगावाट

