उत्तराखण्ड
ऋषिकेश-गंगोत्री हाइवे पर 35 घंटों से ट्रैफिक बंद,बदरीनाथ एनएच तीन घंटे तक रहा बाधित
ऋषिकेश-गंगोत्री हाइवे (एनएच-94) चट्टानी मलबा आने के कारण रमोलधार के पास अभी भी बीते 35 घण्टों से बंद है। एक मात्र जेसीबी मशीन काम कर रही है। जिससे सड़क मार्ग को सुचारू करने में देरी हो रही है। तो दूसरी ओर,बद्रीनाथ हाइवे बलदोड़ा के पास पहाड़ी से आये मलवे के कारण तीन घंटे तक बाधित रहा।
ऑल वेदर सड़क सुधारीकरण के काम में लगे एनएचआईडीसीएल के मजदूरों और मशीनों ने भारी मशक्कत के बाद वाहनों की आवाजाही के लिए मार्ग को खोला। गोविंदघाट से पीछे बलदोडा के पास हाइवे सुधारी करण का कार्य चल रहा है। पहाडी कटिंग के दौरान पहाड़ी से भारी मलवा आने के कारण हाइवे बाधित हो गया था।
जिसके कारण वाहनों की आवाजाही बाधित हुई। सड़क सुधारीकरण के कार्य में जुटे एनएचआईडीसीएल के मजदूरों और मशीनों ने मार्ग पर आये मलवे को हटाकर हाइवे को सुचारू कर दिया । ऋषिकेश-गंगोत्री हाइवे (एनएच-94) चट्टानी मलबा आने के कारण रमोलधार के पास अभी भी बीते 35 घण्टों से बंद है।
एक मात्र जेसीबी मशीन काम कर रही है। जिससे सड़क मार्ग को सुचारू करने में देरी हो रही है। वाहनों को वैकल्पिक रास्तों से भेजा जा रहा है। लेकिन भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग सक्षम न होने के कारण दोनों ओर भारी वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। आम लोग सड़क मार्ग न खुलने से खासे परेशान हैं।
राजमार्ग विभाग के आलाधिकारियों की लापरवाही के चलते रमोलधार में चट्टानी मलबा आने से बंद हाईवे को खोलने में लगातार देरी हो रही है। जिसेस आम लोग खासे परेशान हैं। स्थानीय लोगों में अतर सिंह, बलदेव सिंह, राकेश व मेहरबान सिंह का कहना है सड़क मार्ग खोलने को लेकर आलाधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिसका परिणाम है कि एक मात्र जेसीबी से सड़क खोलने का काम किया जा रहा है। जिससे कारण 35 घंटे बाद भी रास्ता नहीं खुल पाया है।

