उत्तराखण्ड
CM योगी का हरिद्वार दौरा, बड़ी खबर पर नजर, हजार हेक्टेयर भूमि व 578 भवन होंगे उत्तराखंड के नाम?
देहरादून/हरिद्वार. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 मई को हरिद्वार दौरे पर रहेंगे. कार्यक्रम यूपी के नवनिर्मित गेस्ट हाउस के लोकार्पण का है, लेकिन इस दौरान परिसंपत्तियों के मसले पर भी चर्चा होने वाली है, जिस पर सबकी नजरें टिकी रहेंगी. बीते साल 18 नवंबर को सीएम योगी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बीच सिंचाई विभाग की परिसंपत्तियों के मसले को लेकर लखनऊ में बातचीत को आज गुरुवार को विस्तार दिया जा सकता है.
नवंबर में जिन आठ बिंदुओं पर बातचीत हुई थी, आज की मीटिंग में उनकी प्रोगेस रिपोर्ट पेश की जाएगी. मीटिंग में हरिद्वार और यूएसनगर ज़िले में सिंचाई विभाग की करीब एक हजार हेक्टेयर ज़मीन और हरिद्वार में मौजूद 47 और यूएस नगर में मौजूद 531 भवनों को उत्तराखंड को ट्रांसफर करने पर मुहर लग सकती है. इसे लेकर यूपी और उत्तराखंड के सिंचाई विभाग के अधिकारी पहले ही जॉइंट सर्वे कर चुके हैं. कुछ मसलों की ताज़ा देखिए.
— लखनऊ में हुई मीटिंग में ऊधमसिंह नगर के धौरा, बैगुल एवं नानक सागर डैम में पर्यटन गतिविधियों के आदेश जारी होने थे, लेकिन नहीं हुए.
— हरिद्वार में पुरानी गंगनहर में वॉटर स्पोर्ट्स की अनुमति को लेकर यूपी सिंचाई विभाग को आदेश जारी करने थे, लेकिन साल भर बाद भी आदेश नहीं हो पाए.
— तय हुआ था कि जीर्ण-शीर्ण हो चुके बनबसा बैराज का उत्तर प्रदेश सरकार पुनर्निर्माण करेगी, लेकिन बात इससे आगे नहीं बढ़ पाई.
उत्तराखंड को क्या हैं उम्मीदें?
अब आज की मीटिंग में अधिकारियों को तत्काल निर्देश जारी किए जा सकते हैं. उत्तराखंड के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि यूपी सीएम योगी के दौरे से उत्तराखंड को उम्मीदें हैं. परिसंपत्तियों के बंटवारे के मामले में यूपी सीएम ने पहले भी आगे बढ़कर काम किया. कुछ मसले हैं, जिनको हरिद्वार में सुलझा लिया जाएगा. दोनों ही प्रदेशों के सीएम के बीच प्रस्तावित इस मीटिंग में कुंभ मेला क्षेत्र की करीब छह सौ हेक्टेयर ज़मीन का भी एक बड़ा मसला है.
ये ज़मीन 2002 में यूपी ने उत्तराखंड को ट्रांसफर कर दी थी. लेकिन, कुछ तकनीकी खामियों के कारण इसमें अवरोध खड़ा हो गया. बाद में इसका स्वामित्व यूपी को सौंपे जाने की भी बात हुई और तय किया गया कि कुंभ मेले के लिए उत्तराखंड अनुमति लेता रहेगा. इस भूमि के स्वामित्व को लेकर भी स्थिति स्पष्ट हो सकती है. गौरतलब है कि योगी 3 मई से उत्तराखंड के दौरे पर हैं. 3 और 4 मई को उन्होंने अपने परिवार के साथ लंबे समय के बाद वक्त बिताया.

