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सत्ता के फाइनल से आज बाहर हो जाएंगे इमरान! बहुमत खोने के बाद दे सकते हैं इस्तीफा
इमरान खान के गठबंधन के सबसे बड़े साथी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) ने उनका साथ छोड़ दिया है। और इसके बाद उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) बहुमत के आंकड़े 172 से नीचे चली गई है। जियो न्यूज की एक रिपोर्ट बताती है कि 177 सांसदों के साथ विपक्ष के पास अब संसद में अधिक नंबर है। और विपक्ष को अब असंतुष्ट PTI सांसदों के समर्थन की जरूरत नहीं रह गई है। दूसरी ओर इमरान सरकार के पास सिर्फ 164 सांसदों का समर्थन रह गया है।
MQM से पहले भी कई नेताओं ने छोड़ा साथ
निर्दलीय मोहम्मद असलम भूटानी ने इमरान खान सरकार को दिया समर्थन वापस ले लिया था। उन्होंने पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के आसिफ अली जरदारी से मुलाकात के बाद यह फैसला लिया। इससे पहले PML-Q सांसद और संघीय आवास मंत्री रहे तारिक बशीर चीमा ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मतदान करने का फैसला लिया है।
पाकिस्तान संसद के गणित को समझिए
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में 342 सदस्य होते हैं। माने सरकार में बने रहने के लिए इमरान खान को 172 सीटें चाहिए होगी। इमरान खान को मौजूदा वक्त में 164 सांसदों का सपोर्ट हासिल है। इसमें इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के 155 सदस्य हैं।
इमरान सरकार को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (PML-Q) के 4, ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस के 3 और आवामी मुस्लिम लीग पाकिस्तान के 1 और बलूचिस्तान आवामी पार्टी (BAP) के 1 सांसद का समर्थन प्राप्त है। ये कुल नंबर बनता है 164 जो कि बहुमत से 8 सीट दूर है।
अब विपक्षी दलों की बात
पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज PML(N) 84 सीटों के साथ सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है। इसके बाद पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के 56 सदस्य हैं। इन 140 सीटों के अतिरिक्त विपक्षी दलों को 37 और सासंदों का समर्थन हासिल है। माने विपक्षी दलों के पास बहुमत से अधिक सीटें हैं।
ऐसे में जल्द ही इस बात का फैसला हो जाएगा कि इमरान सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी या उससे पहले ही गिर जाएगी। बता दें कि इमरान खान की पार्टी 2018 में सत्ता में आई थी और पाकिस्तान में अगला आम चुनाव अक्टूबर 2023 में होना है।