अंतरराष्ट्रीय
Russia Ukraine War : हमलों से थर्राया यूक्रेन, फिर भी कम नहीं हो रहा मुकाबले का जज्बा, कीव की घेरेबंदी, खार्कीव में 34 मौतें
यूक्रेन में इमारतें खंडहर में तब्दील हो रही हैं तो हवा में घुली बारूद बाशिंदों में बेचैनी पैदा कर रही है। बच्चे और बुजुर्गों का बुरा हाल है, औरतें भी रात-दिन के धमाकों से हलकान हैं। यूक्रेन में छिड़ी लड़ाई गुरुवार को दूसरे सप्ताह में प्रवेश कर गई है। इसका अंत फिलहाल नजर नहीं आ रहा। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से बातचीत में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साफ कह दिया है कि यूक्रेन को सबक सिखाए बगैर हमले नहीं रुकेंगे।
नहीं रुकेगा युद्ध
पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन को हथियार मुक्त करने से कम में युद्ध नहीं रुकेगा। इस बीच गुरुवार को भी रूसी हमलों से यूक्रेन के शहर थर्राते रहे। राजधानी कीव को चारों ओर से घेरकर आगे बढ़ रही रूसी सेना को हर कदम पर कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आमजन रूसी सैनिकों का मुकाबला कर रहे हैं।
खार्कीव में भीषण लड़ाई
नागरिकों के हताहत होने का यह भी एक बड़ा कारण है। दूसरे बड़े शहर खार्कीव में सबसे भीषण लड़ाई छिड़ी हुई है। एक बार दाखिल होकर बाहर हुई रूसी सेना यहां पर पूरी बेरहमी से हमले कर रही है। भीषण गोलाबारी और बमबारी से इस शहर में बीते 24 घंटे में 34 लोग मारे गए हैं। इस बीच यूक्रेन के बालाक्लीया शहर पर रूसी सेना का कब्जा होने की खबर है।
तेज हुआ पलायन
रूस के हमले तेज होने से यूक्रेनी शहरों से पलायन भी तेज हुआ है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी संगठन के अनुसार अभी तक दस लाख से ज्यादा लोग देश से बाहर जा चुके हैं। इनमें से करीब आधे लोग पोलैंड गए हैं।
अब रूसी सेना पर करेंगे हमले – जेलेंस्की
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एलान किया है कि अब उनकी सेना बचाव नहीं रूसी सेना पर हमला करेगी। बदली रणनीति में रूसी सेना ने अब समुद्र के समुद्र तटीय शहरों पर हमले बढ़ा दिए हैं। बड़े बंदरगाह वाले शहर ओडेसा को घेरकर काला सागर और जमीन से हमले हो रहे हैं।
खेरसोन पर रूसी सेना का कब्जा
समुद्र के किनारे बसे खेरसोन पर रूसी सेना ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। शहर के प्रमुख स्थानों पर कब्जे के बावजूद कुछ हिस्सों में छिटपुट लड़ाई जारी थी लेकिन गुरुवार को यह लड़ाई भी खत्म हो गई। यहां पर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बंदरगाह है। अजोव सागर के तट पर स्थित मारीपोल शहर में भीषण लड़ाई के बीच रूस समर्थित विद्रोहियों ने यूक्रेन के सैनिकों से आत्मसमर्पण के लिए कहा है।
एस्टोनिया और बांग्लादेश के जहाजों पर हमला
रूस समर्थित विद्रोहियों ने चेतावनी दी है कि समर्पण न करने पर शहर को भयंकर दुष्परिणाम भुगतने होंगे। आइजियम शहर में भी भारी बमबारी से दो बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हुई है। यूक्रेन में ओडेसा बंदरगाह के निकट एस्टोनिया का मालवाहक जहाज लड़ाई का शिकार होकर डूब गया। इसके कुछ घंटों बाद ओलविया बंदरगाह पर बांग्लादेश का जहाज भी रूसी मिसाइल का शिकार हो गया। इसके कारण जहाज के चालक दल के सदस्य की मौत हो गई है।
रूस वार्ता का इच्छुक लेकिन नहीं रोकेगा हमले
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को यहूदी मूल का बताते हुए कहा कि वह नाजीवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा, युद्ध का मकसद यूक्रेन को नाटो में शामिल होने से रोकना है। लावरोव ने कहा कि रूस यूक्रेन से वार्ता के लिए तैयार है। लेकिन वह यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर अपने हमले नहीं रोकेगा। अर्थात बातचीत के साथ यूक्रेन पर हमले भी चलते रहेंगे। लावरोव ने स्पष्ट किया कि परमाणु हमले की धमकी नहीं दी।
यूरोपीय पर्यवेक्षण दल की सदस्य की मौत
यूक्रेनी सेना और विद्रोहियों के संघर्षविराम पर नजर रखने के लिए गठित यूरोपीय पर्यवेक्षण दल की सदस्य मरयाना फेनिना की गोलाबारी की चपेट में आने से मौत हो गई। रूसी हमले शुरू होने के बाद इस दल ने अपना काम बंद कर दिया है। इस बीच यूक्रेन की स्वघोषित आइटी आर्मी ने बेलारूस के रेल नेटवर्क को निशाना बनाने का एलान किया है। विदित हो कि रूस के सैनिक बेलारूस के रास्ते यूक्रेन आकर हमला कर रहे हैं।