उत्तराखण्ड
रूस-यूक्रेन युद्ध:चार बच्चों के साथ उत्तराखंड पहुंचे दंपति, उत्तरकाशी पहुंच सुनाई आपबीती,कहा-नहीं जाना चाहते वापस
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इस बीच यूक्रेन से नागरिकों का पलायन भी जारी है। युद्ध के हालातों का सामना करते हुए यूक्रेन से एक दंपति चार बच्चों समेत उत्तरकाशी पहुंचा है। उनका कहना है कि फिलहाल यूक्रेन वापस नहीं जाएंगे। यूक्रेन में बड़ी संख्या में नागरिकों की मौत हो रही है।
उत्तरकाशी जिले में हर साल लाखों की संख्या में देश विदेश के पर्यटक घूमने आते हैं। यही वजह है कि उत्तरकाशी में रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण वहां से पलायन कर चुके नागरिक भी आपको गाहे बगाहे यहां मिल जाएंगे। यही हुआ जब शनिवार को यूक्रेन का एक दंपति चार बच्चों समेत उत्तरकाशी के विश्वनाथ मंदिर प्रांगण के बाहर दर्शन को पहुंचे और यूक्रेन के हालातों पर चिंता जाहिर करने लगे।
यूक्रेन के कीव शहर से आईं सारफी ने बताया कि एक महीने पहले यूक्रेन से पलायन कर भारत पहुंचे थे। यूक्रेन में अब भी नागरिकों को मारा जा रहा है। वहां के हवाई अड्डे ध्वस्त कर दिए गए हैं। हम यूक्रेन वापस नहीं जा सकते। जब युद्ध छिड़ा तो हम लोगों के सामने जान बचाने की चुनौती थी।
उत्तरकाशी में भगवान के दर पहुंचकर अच्छा लग रहा है। उनके साथ पति समेत एक लड़का व तीन लड़कियां भी मौजूद थीं। पेशे से डॉक्टर सारफी ने बताया कि दो दिन पहले उत्तरकाशी पहुंचे हैं और यहां पायलट बाबा आश्रम में रह रहे हैं। गंगोत्री जाकर मां गंगा का आशीर्वाद भी लेंगे।
रेडक्रॉस में पहुंचे मदद के लिए
पैसे की तंगी के बीच सारफी बच्चों के साथ रेडक्रॉस सोसायटी उत्तरकाशी में भी मदद के लिए पहुंची। इस दौरान रेडक्रॉस के चेयरमैन माधव प्रसाद जोशी ने दंपति को हाइजीन किट उपलब्ध कराई। जोशी ने बताया कि यूक्रेन के दंपति की पूरी सहायता की जाएगी।
फोटो 7- उत्तरकाशी रेडक्रॉस में शनिवार को बच्चों समेत मदद के लिए पहुंचा यूक्रेन का दंपति।

