राष्ट्रीय
केजरीवाल का वादा- पंजाब में AAP की सरकार बनी तो दफ्तरों में लगेंगी भगत सिंह व अंबेडकर की फोटो
अमृतसर। पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी के प्रमुख व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आज रविवार को अमृतसर में हैं। केजरीवाल ने कहा कि यदि राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो सरकारी दफ्तरों में सीएम की फोटो नहीं लगेगी, बल्कि शहीद भगत सिंह व बाबा भीमराव अंबेडकर की तस्वीरें दफ्तरों में लगेंगी।
केजरीवाल ने कहा कि देश को आजादी संघर्ष से मिली है, लेकिन देश के सिस्टम पर राजनीति छाई हुई है। आजादी के आंदोलन को बाबा साहिब भीमराव अंबेडकर व शहीद भगत सिंह के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। हम सब उनके फैन हैं। बाबा साहिब के संघर्ष आज भी याद किया जाता है। उन्हें अछूत माना जाता था, पर उन्होंने हार नहीं मानी। अमेरिका से पढ़ बदलाव लाए।
केजरीवाल ने कहा कि बाबा साहिब ने संविधान लिखा और कानून मंत्री बने। कहा कि दिल्ली में हर दफ्तर में बाबा साहिब और भगत सिंह की तस्वीर लगाई जाएगी। पंजाब में भी हमारी सरकार बनने पर सीएम की नहीं इनकी ही फोटो सरकारी दफ्तरों में लगेगी। आप प्रमुख ने कहा कि अंग्रेजो ने 200 साल में भारत को इतना नही लूटा जितना यहां वालों ने आजादी के बाद लूटा।
इस दौरान केजरीवाल ने नवजोत सिंह सिद्धू व बिक्रम सिंह मजीठिया पर भी निशाना साधा। कहा कि सिद्धू न किसी से मिलते हैं और न किसी का फोन उठाते। मजीठिया सिर्फ सिद्धू को हराने अमृतसर आए हैं बाद में नहीं मिलेंगे। लोग एक बटन दबाकर दोनों को हरा देंगे।
आप प्रमुख ने कहा कि अच्छे लोग और देश के लिए काम करने वाले अपनी पार्टी छोड़ आप में आ जाएं। केजरीवाल ने भगवंत मान को कट्टर ईमानदार बताया। कहा कि सिद्धू आज भाजपा पर आरोप लगाते हैं, लेकिन वह साढ़े 14 साल तो वो खुद भाजपा में रहे। उनकी लड़ाई सिर्फ सीएम बनने की है, बदलाव की नहीं। मतांतरण पर केजरीवाल ने कहा कि सरकार को मतांतरण के हस्तक्षेप का अधिकार नहीं है, लालच देकर, दबाव में मतांतरण ठीक नहीं है।
सिख संगठनों ने किया प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल की प्रेस कांफ्रेंस की जैसे ही भनक सिख संगठनों को लगी तो वह काली झंडियां लेकर होटल परिसर के बाहर पहुंच गए। भुल्लर की रिहाई की मांग करते हुए उन्होंने प्रदर्शन किया।सरवन सिंह अगवान ने कहा कि 20 जनवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सिख संगठनों ने केजरीवाल से 26 जनवरी तक रिहाई की मांग रखी थी। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर यह नहीं हुई तो उनके कार्यक्रमों का विरोध किया जाएगा और घेराव किया जाएगा।