उत्तराखण्ड
रात को अस्पताल में भर्ती कराई गर्भवती पत्नी, सुबह जमीन पर मृत मिली
उत्तराखंड के स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली की खबरें आए दिन सामने आती रहती है। ताजा मामला हरिद्वार जिला से सामने आया है जहां जगत सिंह रावत ने जिला महिला अस्पताल में प्रसव के लिए सोमवार रात्रि को अपनी गर्भवती पत्नी को भर्ती कराया था लेकिन अगली सुबह पत्नी जमीन पर मृत पड़ी हुई मिली। परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं चिकित्सकों ने मौत की वजह हार्ट अटैक बताई।
जानकारी के अनुसार नगर कोतवाली क्षेत्र के निरंजनी अखाड़ा रोड निवासी जगत सिंह रावत की पत्नी हंसु रावत गर्भवती थी। प्रसव कराने के लिए महिला को सोमवार शाम करीब 8:00 बजे हरिद्वार के महिला अस्पताल में ले गए, जहां उपस्थित स्टाफ और डॉक्टरों ने प्रसव के लिए रात 10:00 बजे का समय दिया। रात्रि ग्यारह बजे तक भी डिलीवरी नहीं होने पर जब जगत सिंह ने पुछा तो डॉक्टरों ने सुबह पांच बजे का समय दिया।
गर्भवती महिला की मौत
सुबह छह बजे जब चिकित्सकों से इस बारे में सवाल किया तो वह कोई सही ज़बाब नहीं दे पाए। मंगलवार सुबह जब डॉक्टरों ने जगत को बुलाया तो वह अपने भाई तथा परिचितों के साथ अस्पताल पहुंचा तो वहां की स्थिति चौंकाने वाली थीं। जगत सिंह की पत्नी जमीन पर मृत पड़ी मिली। चिकित्सकों से इस बारे में पूछने पर जवाब मिला कि प्रसव से पहले गर्भवती महिला को हार्ट अटैक आ गया था, जिससे उसकी मौत हो गई।
अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप
जगत सिंह ने आरोप लगाया कि उन्होंने कई बार डॉक्टरों से पत्नी को रेफल करने की बात कही, लेकिन डॉक्टर हमेशा उसकी पत्नी और बच्चे को नॉर्मल होने की बात कहते रहे और सुबह उसकी पत्नी जमीन पर मृत पड़ी मिली। वहीं हरिद्वार सीएमएस डॉ राजेश कुमार गुप्ता का कहना है कि महिला का प्रसव से पहले हार्ट अटैक पड़ गया था जिसे बचाने की भरपूर कोशिश की गई लेकिन नहीं बच पाई। कर्मचारी महिला को स्ट्रेचर पर लेट रहे थे, लेकिन अचानक से अटैक पड़ने से हुआ उसे संभाल नहीं पाए और वह फर्श पर गिर गई।

