उत्तराखण्ड
UP के कांवड़ यात्रियों की ओवरलोड बस पहाड़ी से टकरा कर पलटी, एक की मौत, 31 घायल
ऋषिकेश : नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन कर लौट रहे कांवड़ यात्रियों से भरी एक ओवरलोडिंग बस मुनिकीरेती के खारा स्रोत के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दुर्घटना में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 51 यात्री घायल हो गए। 58 सीटर इस बस में करीब 65 यात्री सवार थे। गंभीर रूप से घायल 10 यात्रियों को एम्स ऋषिकेश में रेफर किया गया है।
प्राथमिक जांच में बस के शेष प्रपत्र सही मिले
जिससे में एक की हालत गंभीर है। जबकि शेष यात्रियों का उपचार ऋषिकेश के एसपीएस राजकीय चिकित्सालय में जारी है। इस मामले में एआरटीओ अरविंद कुमार पांडेय ने बताया कि बस में क्षमता से अधिक यात्री सवार थे। प्राथमिक जांच में बस के शेष प्रपत्र सही मिले हैं।
नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन करने आए थे यात्री
दुर्घटना गुरुवार सायं करीब पांच बजे हुई। पुलिस के मुताबिक बलिया उत्तर प्रदेश से करीब 65 यात्री एक स्लीपर बस में सवार होकर नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन के लिए आए थे। मुनिकीरेती के खारास्रोत स्थित पार्किंग में बस खड़ी कर से सभी यात्री पैदल व अन्य वाहनों से नीलकंठ मंदिर के दर्शन के लिए गए थे।
ब्रेक फेल होना बताया जा रहा दुर्घटना का कारण
गुरुवार सायं नीलकंठ में दर्शन कर लौटने के बाद सभी यात्री खरास्रोत पार्किंग से बस में सवार होकर हरिद्वार के लिए रवाना हुए थे। पार्किंग से कुछ आगे ब्रह्मानंद तिराहे की ढलान पर अनियंत्रित बस पहले एक पोल से टकराई, जिसके बाद पहाड़ी से टकरा कर सड़क पर पलट गई। दुर्घटना का कारण बस के ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है हालांकि तकनीकी जांच के बाद ही असली वजह सामने आ पाएगी।
एसडीआरएफ की टीम ने निकाला बाहर
दुर्घटना के बाद यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस तथा एसडीआरएफ की टीम ने स्थानीय नागरिकों के साथ बस में सवार यात्रियों को किसी तरह बाहर निकाला। घायलों को 108 आपात सेवा तथा विक्रम-टेंपो के माध्यम से एसपीएस राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश भेजा गया। जहां अगरसंडा बलिया उत्तर प्रदेश निवासी 50 वर्षीय इंदु देवी पत्नी भरत निवासी को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जबकि दुर्घटना में 51 यात्रियों को चोटें आई हैं। जिनमें से गंभीर रूप से घायल 10 यात्रियों को एम्स ऋषिकेश भेजा गया है।
घायल होने वाले यात्री
हादसे में घायल हुए यात्रियों में अनानिया, अमित, मीठी, सहदेवी, अंकित गुप्ता, अजीत कुमार गुप्ता, रानो देवी, मंजू देवी, गणेश चौरसिया, भोला वर्मा, विमला, शिवजी, पार्वती, अंशुल, फुलझड़ियां, अंकित, फुलवंती, अभय नारायण, सुधा वर्मा, प्रकाश चंद मेहता, झूलन, प्रमिला, गोपाल, इंदु, गीता चौरसिया, नाकपति, रेणु मेहता,आशा देवी, हरि कृष्ण वर्मा, जगदंबा पासवान, मीरा गुप्ता, मंजू गुप्ता, अनु, गुप्तेश्वर, ज्ञायंती सिंह, अमला, कुंती देवी, दुर्गावती, पुष्पा, विनोद यादव, अवधेश पांडे, शिव कुमारी चौरसिया, यशोदा देवी, मंजू देवी, संजय कुमार, निर्मल वर्मा, अवध किशोर, कौशल्या देवी, राजकुमार, संजय गुप्ता शामिल हैं। थाना प्रभारी निरीक्षक मुनकीरेती रितेश शाह ने बताया कि सभी घायल बलिया जिले के अगरसंडा, मझुवा, प्रबंधकपुर, ददरी, पहाड़ीपुर व बासड़ी गांवों के रहने वाले हैं।
पांच माह बाद दुर्घटना का मुकदमा दर्ज
भगवानपुर थाना पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर दुर्घटना के एक मामले में पांच माह बाद मुकदमा दर्ज किया है। सहारनपुर के चकरेटी हाल निवासी गैस प्लांट कालोनी भगवानपुर निवासी मेमो देवी ने बताया कि तीन मार्च को एक अज्ञात ट्रैक्टर चालक ने उसके बेटे की टक्कर मार दी थी। हादसे में उनके बेटे की मौत हो गई थी। उन्होंने भगवानपुर थाने में घटना की तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। जिसके बाद उन्होंने न्यायालय में गुहार लगाई।