राष्ट्रीय
चीनी सेना के दुस्साहस पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा, सवर्दलीय संसदीय टीम भेजने की उठाई मांग
कांग्रेस ने चीनी सैनिकों के अरुणाचल प्रदेश के भारतीय इलाके में आकर 17 वर्षीय किशोर मिराम टैरोम का अपरहण करने की घटना को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने चीन की लगातार बढ़ती आक्रामकता के बावजूद चीन को लेकर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए उन पर निशाना साधा और मिराम टैरोम तथा उनके परिजनों के साथ खड़े होने की बात कही है। वहीं, कांग्रेस ने सीमा का अतिक्रमण कर चीनी सैनिकों के भारत में घुसने के दुस्साहस को लेकर सरकार से जवाब मांगा है।
अरुणाचल के किशोर को चीनी सैनिकों के अगवा करने की घटना पर टवीट करते हुए राहुल गांधी ने कहा ‘ गणतंत्र दिवस से कुछ दिन पहले भारत के एक भाग्य विधाता का चीन ने अपहरण किया है- हम मिराम टैरोम के परिवार के साथ हैं और उम्मीद नहीं छोड़ेंगे, हार नहीं मानेंगे। पीएम की बुजदिल चुप्पी ही उनका बयान है, उन्हें फर्क नहीं पड़ता।’
सरकार और प्रधानमंत्री भाजपा के सांसद की अपील क्यों नहीं सुन रहे: राहुल गांधी
पीएम पर राहुल के इस निशाने के बाद कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा सांसद तापिर गांव के टवीट का हवाला देते हुए सवाल उठाया कि चीनी सेना ने हमारी सरजमीं पर फिर घुसपैठ का दुस्साहस कैसे किया और भारतीय नागरिक को अगवा करने की हिम्मत कैसे की? कांग्रेस नेता ने सवाल उठाया कि सरकार और प्रधानमंत्री भाजपा के सांसद की अपील क्यों नहीं सुन रहे हैं?
कांग्रेस की ओर से प्रेस कांफ्रेंस करते हुए प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने सरकार से मांग की सांसदों की एक सर्वदलीय टीम को गोगरा-हाट स्पि्रंग, गलवन वैली, पैंगोंग और कैलाश रेंज के इलाके में मौके मुआयना करने भेजा जाए। ताकि यहां चीन के साथ सैन्य तनातनी की वास्तविक स्थिति से देश वाकिफ हो सके। उनका कहना था कि इन इलाकों में चीन ने यथास्थिति में एकतरफा बदलाव किया है और हम यहां पेट्रोलिंग नहीं कर पा रहे हैं। गोहिल ने भाजपा सांसद तापिर गांव के चीन की हरकतों को लेकर किए गए टवीट के लिए प्रशंसा की और कहा कि दबाव के बावजूद इसे डिलीट नहीं करने का साहस दिखाने के लिए वे बधाई के हकदार हैं।
सीमाओं की स्थिति पर चर्चा करे केंद्र सरकार: मनीष तिवारी
वहीं, इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि अरुणाचल पूर्व के सांसद तपीर गाओ सत्तारूढ़ दल भाजपा के सांसद हैं। उन्होंने बहादुरी से अपनी चिंताओं को व्यक्त किया है। यह महत्वपूर्ण है कि जब 31 जनवरी को संसद की बैठक हो, तो सरकार पूर्वी लद्दाख और पूर्वी अरुणाचल प्रदेश की सीमाओं की स्थिति पर चर्चा करे।