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लीग मैच जीते, जरूरी नहीं फाइनल भी जीतेंगे… 2024 पर पीएम मोदी के बयान पर प्रशांत किशोर ने ली चुटकी

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पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज कर चुकी भाजपा पार्टी के अति आत्मविश्वास से राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर इत्तेफाक नहीं रखते है। हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी के 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर दिए बयान पर किशोर ने चुटली लेते हुए कहा कि लीग मैच जीते हैं लेकिन जरूरी नहीं कि फाइनल मैच भी जीत जाएंगे।

राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्यों के चुनाव लोकसभा चुनाव के नतीजे तय नहीं कर सकते। प्रशांत किशोर ने कहा, “वह (पीएम मोदी) यह बात किसी और से ज्यादा जानते हैं कि राज्य के चुनाव आम चुनाव तय नहीं कर सकते।”

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर हम यूपी के उदाहरण पर जाएं, तो आप 2012 को देखो, क्या हुआ था? सपा ने यूपी में जीत हासिल की और बीजेपी चौथे नंबर की पार्टी थी। लेकिन दो साल बाद 2014 में क्या हुआ था? ये सब जानते हैं। भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता पर आई थी।

चार राज्यों के चुनावों में जीत के रूप में भाजपा को मिलने वाले फायदे को लेकर पूछे सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा, “यह एक टूर्नामेंट की तरह है जहां आपको लीग मैच में जीत मिली है। लेकिन जरूरी नहीं कि फाइनल में भी यही हो। आप हालांकि उत्साह महसूस कर सकते हैं और कमेंटेटर कह सकते हैं कि आपको एक फायदा है क्योंकि आपने लीग मैच में उन टीम को हराया था। लेकिन क्या यह गारंटी है कि आप फाइनल में उसी टीम को हरा पाएंगे?”

विपक्ष पर मनोवैज्ञानिक लाभ लेना चाहते हैं साहब
प्रशांत किशोर इससे पहले 11 मार्च को ट्वीट करते हुए लिखा था, ”भारत के लिए लड़ाई 2024 में लड़ी जाएगी और तय की जाएगी। किसी भी राज्य में चुनावी जीत इसे तय नहीं करेंगे। साहब (पीएम मोदी) यह जानते हैं! इसलिए विपक्ष पर एक निर्णायक मनोवैज्ञानिक लाभ स्थापित करने के लिए राज्य के परिणामों के आसपास उन्माद पैदा करने का चतुर प्रयास कर रहे हैं। गिरो मत और इस झूठी कथा का हिस्सा मत बनो।”

क्या कहा था पीएम मोदी ने
10 मार्च को पांच राज्यों में चुनावी नतीजों के बाद पीएम मोदी ने भाजपा मुख्यालय में कहा था, “2019 के चुनाव नतीजों के बाद, कुछ पॉलिटिकल ज्ञानियों ने कहा था। जब हम दोबारा जीतकर आए तो कुछ ज्ञानियों ने कहा था, कि भई 2019 की जीत में क्या है, ये तो 2017 में ही तय हो गई थी क्योंकि 2017 में यूपी का रिज़ल्ट आया था। मैं मानता हूँ कि इस बार भी ये ज्ञानी ज़रूर कहने की हिम्मत करेंगे कि 2022 के नतीजों ने 2024 के नतीजे तय कर दिए हैं।”

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संपादक - कस्तूरी न्यूज़

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