अंतरराष्ट्रीय
सामने आएगा ‘बूचा नरसंहार’ का सच? इंटरनेशनल कोर्ट के अधिकारी ने कहा- निष्पक्ष जांच की जरूरत, यूक्रेन बना अपराध स्थल
यूक्रेन ने रूसी सेना पर बूचा शहर में नरसंहार (Bucha Genocide in Ukraine) का आरोप लगाया था. इन आरोपों की जांच को लेकर इंटरनेशन क्रिमिनल कोर्ट (International Criminal Court) के चीफ प्रॉसिक्यूटर करीम खान ने बुधवार को बूचा का दौरा किया और वे उस जगह पहुंचे, जिस पर रूसी सैनिकों ने कई सप्ताह तक कब्जा करके रखा था. यूक्रेन का आरोप है कि रूस की सेना ने यहां सैंकड़ो निर्दोष नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया था.
न्यूज एजेंसी एएफपी से बातचीत में ICC के मुख्य अभियोजक ने कहा कि, यूक्रेन एक अपराध स्थल बन गया. क्योंकि हमारे पास यह मानने के लिए उचित आधार है कि अदालत के अधिकार क्षेत्र में अपराध किए जा रहे हैं. हमें सच्चाई जानने के लिए युद्ध के कोहरे को हटाना होगा और इसके लिए एक निष्पक्ष जांच की जरूरत है.
करीम खान ने कहा कि, आईसीसी की फोरेंसिक टीम काम करने के लिए तैयार है ताकि हम वास्तव में यह सुनिश्चित कर सकें कि सच क्या है. हमें खुला दिमाग रखना होगा और सबूतों को ध्यान में रखना होगा. इस लड़ाई में नागिरकों की रक्षा के लिए कानून को लामबंद करने की जरूरत है.
हालांकि मॉस्को ने बूचा में हुए नरसंहार की घटना को खारिज कर दिया है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें रूसी सैनिकों द्वारा नागरिकों को गोली मारने का आरोप लगा था. रूस ने रिपोर्ट्स को फर्जी करार दिया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस पर यूक्रेन में नरसंहार करने का आरोप लगाया. मंगलवार को आयोवा में एक कार्यक्रम में बोलते हुए बिडेन ने इस सैन्य संघर्ष में रूस के कार्यों को “नरसंहार” बताया. जो बाइडेन ने कहा कि, “हां, मैंने इसे नरसंहार कहा क्योंकि यह स्पष्ट हो गया है कि पुतिन यूक्रेनी होने के विचार को मिटाने की कोशिश कर रहे हैं.