राजनीति
अनुशासनहीनता से हारे 23 सीटें, भाजपा अनुशासन समिति उठाएगी बड़ा कदम, प्रभारी पहुंचे दून
देहरादून. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी सरकार बनने के बाद अब यहां संगठन में बदलाव की चर्चाएं तेज हैं. यहां पिछले कुछ दिनों से प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की चर्चाएं तेज थीं. इस बीच प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम के अचानक देहरादून दौरे ने इन चर्चाओं को हवा दे दी है. दुष्यंत गौतम देहरादून भी पहुंचे और उनकी पार्टी कार्यालय में लंबी मीटिंग भी हुई. मीटिंग के बाद पत्रकारों के सवाल पर दुष्यंत गौतम ने संगठन में बदलाव के मुददे को ही सिरे से खारिज कर दिया.
दुष्यंत गौतम ने कहा कि संगठन में बदलाव का न कोई विचार है और न कोई इसको लेकर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि संगठन के बदौलत ही पार्टी ने 47 सीटों के साथ सत्ता में दोबारा वापसी की है, इसलिए बदलाव करने का सवाल ही नहीं उठता. बीजेपी ऑफिस में करीब एक घंटे तक चली मीटिंग में बताया गया कि विधानसभा चुनाव में हारी हुई 23 सीटों की समीक्षा रिपोर्ट पर चर्चा हुई. बीजेपी ने मार्च अंतिम सप्ताह में अपने पदाधिकारियों को इन सीटों की समीक्षा के लिए भेजा था. दुष्यंत गौतम के आगे वो समीक्षा रिपोर्टे रखी गई.
दुष्यंत गौतम ने स्वीकारा कि इनमें कुछ सीटों पर अनुशासहीनता की बात सामने आई है. लिहाजा, पूरा मामला पार्टी की अनुशासन समिति को सौंप दिया गया है. अनुशासन समिति अब आरोपों के दायरे में आए नेताओं से स्पष्टीकरण तलब करेगी और जवाब से संतुष्ट न होने पर पार्टी संगठन से कारवाई की सिफारिश करेगी.
बीजेपी प्रदेश प्रभारी के बयान से एक बात तो स्पष्ट हो गई है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को नहीं बदलने जा रही है. दरअसल, मतदान के तत्काल बाद बीजेपी में जो नेता भितरघात के आरोपों से घिरे, उनमें प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का नाम भी शामिल था. तब से ही लगातार इन चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को बदल सकती है.
यह नेता रहे बैठक में मौजूद
दुष्यंत गौतम शनिवार को देहरादून के दौरे पर थे. जहां प्रदेश कार्यालय में उन्होंने पार्टी नेताओं की मीटिंग ली. मीटिंग में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, महामंत्री संगठन अजेय कुमार, महामंत्री कुलदीप कुमार, अनुशासन समिति के अध्यक्ष दीपक मेहरा, सचिव डा.आदित्य मौजूद थे.

