खेल
भारतीय खिलाड़ी का डोपिंग एजेंसी के साथ चूहे-बिल्ली का खेल! बेस्ट प्रदर्शन के बाद अचानक गायब
देश की 400 मीटर की टॉप महिला एथलीट की टाइमिंग में आए अचानक सुधार के बाद से ही डोपिंग एजेंसी और एथलीट के बीच चूहे-बिल्ली का खेल चल रहा है. हाल में ही नेशनल एथलेटिक्स मीट के दौरान, इस महिला एथलीट ने अपने पिछली बेस्ट टाइमिंग की तुलना में कई सेकेंड तेज दौड़ लगाई और भारत की ऑल टाइम बेस्ट लिस्ट में जगह बनाने के साथ वर्ल्ड चैम्पियनशिप का भी टिकट कटाया. इस प्रदर्शन के बाद महिला एथलीट मोनाको स्थित एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (एआईयू) के रडार पर आ गई, जो एक स्वतंत्र संस्था है, जिसका उद्देश्य खेलों में डोपिंग या किसी अन्य धोखाधड़ी को उजागर करना है. हालांकि, अब तक एआईयू की टेस्टिंग टीम इस एथलीट का पता नहीं लगा पाई है. भारतीय एथलेटिक्स फेडरेशन का भी इस महिला एथलीट से संपर्क नहीं हो पाया है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इस स्टार एथलीट को अन्य 400 मीटर के एथलीट्स और 4×100 महिला रिले स्क्वॉड के साथ मध्य अप्रैल में तुर्की की फ्लाइट पकड़नी थी. लेकिन वो एयरपोर्ट पर पहुंचीं ही नहीं. यह मानते हुए कि भारतीय एथलीट तुर्की में होगी. एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट के डोप कंट्रोल ऑफिसर नमूने लेने के लिए तुर्की पहुंच गए. लेकिन, महिला एथलीट वहां भी नहीं मिली. इसके बाद टीम मुंबई और फिर हरियाणा, जहां उसके पर्सनल कोच रहते हैं, वहां भी पहुंची. लेकिन उसके हाथ खाली ही रहे.
एएफआई का भी एथलीट से संपर्क नहीं हो पाया
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के अधिकारियों और कोच ने फोन पर एथलीट से संपर्क साधने की कोशिश की. लेकिन उन्हें भी नाकामी हाथ आई और एथलीट कहां है, यह जानकारी नहीं मिली. इस एथलीट के मौजूदा कोच, जिन्हें अतीत में डोपिंग के लिए दंडित किया गया है ने एफआई को बताया कि इस महिला एथलीट ने उनसे अप्रैल की शुरुआत में ही संपर्क किया था. इसके बाद से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई.
इंडियन एक्सप्रेस ने भी एक दिन पहले इस एथलीट के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर कई बार फोन किया. लेकिन संपर्क नहीं हो पाया. एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के सीनियर अधिकारियों ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है.
भारतीय एथलीट अचानक हुई गायब
एएफआई के एक सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “महिला एथलीट को 14 अप्रैल को टीम के साथ तुर्की जाना था. लेकिन वो एयरपोर्ट पर पहुंचीं ही नहीं. उसका फोन भी बंद आ रहा था. इसी वजह से हम उससे संपर्क नहीं साध पाए. हमें नहीं पता कि वो क्यों नहीं कैंप में शामिल हुई. उसे बाकी एथलीट्स के साथ इस वक्त तुर्की में होना चाहिए था, लेकिन वो फरार है. एआईयू की टीम भी उसकी तलाश कर रही है, ताकि डोप टेस्टिंग के लिए नमूने लिए जा सकें.”
यह महिला एथलीट चार साल पहले राष्ट्रीय शिविर का हिस्सा थी, जब उसने यूनिवर्सिटी मीट में रिकॉर्ड टाइमिंग के साथ रेस पूरी की थी. लेकिन कैंप के बाद अचानक उसकी स्पीड कम हो गई, इससे कोच भी हैरान रह गए थे. अब एक बार फिर यह एथलीट सुर्खियों में है.