क्राइम
पंजाब में राजस्थान के 7 लोगों की दर्दनाक मौत; दादी ने बताया हादसे से पहले क्या हुई थी बात
राजस्थान के सीकर के डॉक्टर सतीश पूनिया और उनके बहन का परिवार पंजाब में हादसे का शिकार हो गया. एक्सीडेंट में दोनों फैमिली के 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई जिसमें डॉ. सतीश पूनिया, उनकी पत्नी सरिता पूनिया, पुत्र दक्ष, पुत्री गुड़िया, साला राजेश देवंदा, उसकी पत्नी और उनकी बेटी शामिल है. परिवार हिमाचल घूमने गया था. वापस लौटने के दौरान उनकी कार पंजाब में हादसे का शिकार हो गई. मंगलवार सुबह डॉ. सतीश के माता-पिता को हादसे की जानकारी मिली. इसके बाद दोनों पैरेंट्स के पैरों तले जमीन ही खिसक गई. मां के कलेजे के टुकड़े और पिता का सहारा जा चुका था. डॉक्टर बेटे की मौत की खबर सुनते ही मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. परिवार की चीख पुकार सुन आस-पास के लोग उनके घर के दौड़ा और किसी तरह उन्हें संभाला.
रोते-रोते मां कहने लगी, ‘मेरे बच्चे कभी छोड़कर कभी नहीं जाते थे. उन्होंने कुछ दिन में वापस आने का दावा किया था.’ मां आपने बच्चों की आखिरी बात सोच-सोचकर रोने लगी. मां ने आंखों में आंसू लिए अपने परिवार से हुई आखिरी बात का जिक्र किया. दरअसल सोमवार को हिमाचल से वापस लौटते समय पंजाब में रूपनगर के घनौली में ओवरटेक के दौरान एक बस ने डॉक्टर फैमिली की कार को टक्कर मार दी. इसके बाद कार अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग तोड़ते हुए नहर में जा गिर गई.
पढ़ें बूढ़ी दादी और परिवार के बीच आखिरी बार क्या बातचीत हुई
डॉक्टर सतीश पूनिया ने कहा कि 16 अप्रैल को डॉक्टर की पत्नी की परिवार के एक सदस्य से बातचीत हुई थी. उन्होंने कहा था कि हिमाचल में काफी सर्दी है. दादी ने बताया कि उनकी बात उनके पोते दक्ष से भी हुई थी. बच्चे ने कहा था कि दादी यहां काफी ठंडी है. मुझे पहाड़ियों से डर लग रहा है. मैं यहां कभी दोबारा नहीं आऊंगा. पोती ने भी दादी से बात की. उसने कहा था कि इस ट्रिप में काफी मचा आ रहा है. हमने बर्फ में खेला. खूब इंजॉय किया. 18 अप्रैल को मां ने अपने बेटे से बात की थी. उन्होंने बताया कि मोबाइल में रिचार्ज खत्म हो गया था. जब बेटे से बोला तो उसने फौरन कहा कि अभी रिचार्ज कर देता हूं मां.
डॉक्टर सतीश पूनिया ने कुछ साल पहले ही रींगस में अपना मकान बनाया था. फिर उसके बाद उन्होंने गाड़ी खरीदी थी. परिवार का कहना है कि सतीश ने बीएसएफ में भी नौकरी की थी. फिर आरपीएमटी की परीक्षा पास की. फिर उन्होंने राजस्थान में सरकारी अस्पताल में नौकरी जॉइन की. फिलहाल डॉ. सतीश की 4 साल की बेटी राजवी की नहर में तलाश अब भी जारी है.
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