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Paytm के दुख कम नहीं हो रहे, जानिए RBI के फैसले का पेटीएम पर कितना असर पड़ेगा ?

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वन97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) यानी पेटीएम के दुख कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. शेयरों की कीमतों में भारी गिरावट, बिजनेस ग्रोथ का कम अनुमान सहित कई समस्याओं से जूझ रही कंपनी को अब आईबीआई ने भी झटका दिया है. आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) को नए ग्राहक बनाने से मना किया है.

रिजर्व बैंक ने 11 मार्च को पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments bank) पर नए कस्टमर्स जोड़ने पर रोक लगा दी . RBI ने इसके साथ ही Paytm Payments bank की IT ऑडिट कराने का आदेश दिया है. IT ऑडिट के मायने हैं कि कंपनी का IT इंफ्रास्ट्रक्चर यानी सॉफ्टवेयर कितने ग्राहकों का बोझ उठाने में सक्षम है, उसमें क्या गड़बड़ियां आ रही हैं और क्यों आ रही हैं, इन सबकी जांच होगी.

इसके बाद मैक्वायरी ने वन97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) के बारे में अपनी रिपोर्ट जारी की है. वन97 कम्युनिकेशंस पेटीएम पेमेंट्स बैंक की पेरेंट कंपनी है. आइए जानते हैं मैक्वायरी ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा है.

बिजनेस पर कितना असर
मैक्वायरी ने कहा है कि आरबीआई के फैसले का पेटीएम के बिजनेस पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा. पेटीएम देश की सबसे बड़ी फिनेटक कंपनियों में से एक है. पिछले साल स्टॉक मार्के्स में पेटीएम लिस्ट हुई थी. मैक्वायरी ने कहा है कि आरबीआई के कदम से पेटीएम पेमेंट्स बैंक को स्मॉल फाइनेंस बैंक में कनवर्ट करने की कोशिशों को झटका लग सकता है.

 ब्रांड पर असर
रिपोर्ट में कहा गया है, “हमें आरबीआई के कदम का पेटीएम के बिजनेस पर ज्यादा असर पड़ने की उम्मीद नहीं दिखती. इसकी वजह यह है कि पेटीएम अपने पेमेंट्स बैंक के लिए पहले ही बड़ा कस्टमर बेस तैयार करने में सफल रही है. हालांकि, हमें पेटीएम ब्रांड पर इसका असर पड़ने की उम्मीद है. आगे कस्टमर लॉयल्टी पर भी असर दिख सकता है.”

लाइसेंस हासिल करने में आएगी दिक्कत 
इंडस्ट्री के सूत्र ने भी मैक्वायरी के व्यू को सही बताया. उसने कहा, “बिजनेस पर ज्यादा असर पड़ने नहीं जा रहा है, क्योंकि ट्रांजेक्शन वैल्यू नए कस्टमर्स पर डिपेंड नहीं करता है. लेकिन, आरबीआई का यह कदम खराब समय में सामने आया है, क्योंकि यह पेटीएम में आरबीआई के भरोसे में कमी को दिखाता है. यह ऐसे समय आया है जब पेटीएम आरबीआई से बैंकिंग लाइसेंस मांगने वाली है.”

मैक्वायरी ने कहा है कि नए घटनाक्रम से स्मॉल फाइनेंस बैंक में खुद को बदलने की पेटीएम पेमेंट्स बैंक की संभावनाएं कम हो गई हैं. पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने कहा था कि वह इस साल मार्च में आरबीई के पास बैंकिंग लाइसेंस के लिए अप्लाई करेगा. इस बारे में मनीकंट्रोल ने 9 मार्च को खबर दी थी.

यूपीआई में बाजार हिस्सेदारी
पेटीएम पेमेंट्स बैंक ऐसे सभी तरह के प्रोडक्ट्स ऑफर करता है, जो पेटीएम के हैं. इनमें यूपीआई भी शामिल हैं. यूपीआई मार्केट में पेटीएम की 16 फीसदी हिस्सेदारी है. पेटीएम वॉलेट के पास 33 करोड़ से ज्यादा अकाउंट्स हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के नए कस्टमर बनाने पर रोक का मतलब एक तरह से पेटीएम के नए कस्टमर बनाने पर रोक है..

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संपादक - कस्तूरी न्यूज़

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