राजनीति
घर तो क्या ही बैठेंगे हरदा…
कस्तूरी के लिए मनोज लोहनी
हरदा बात बड़ी साफ करते हैं, ठोककर कहते हैं, विरोधियों को हिलाते हुए कहते हैं, अपना मंतव्य बताते हुए कहते हैं, अब हरदा ने कह दिया बिलकुल साफ, डंके की चोट पर…यही कि या तो मैं मुख्यमंत्री नहीं तो घर बैठूंगा। अब हरदा को भी मालूम है कि वह घर बैठने वाले तो है नहीं, और घर बैठने से भी रहे। मगर हरदा ने ऐसा क्यों कहा होगा? पहली बात तो यह कि इस वक्त कांग्रेसियों की सरकार लाने के दावे सातवें आसमान पर हैं। कांग्रेसियों के हिसाब से उनकी ४५ से ४८ सीटें आ रही हैं, ऐसा हरदा ने भी कहा है। अब मानकर चलते हैं कि कांग्रेस की सरकार बनती है, कांग्रेसियों के हिसाब से। ऐसा हुआ तो हरदा क्या घर बैठेंगे। प्रदेश में इस वक्त कांग्रेस का कांग्रेसियों के हिसाब से जो माहौल बना, उसके पीछे हरदा का ही बहुत बड़ा ‘हाथÓ था और कांग्रेस के लिए हरदा सबसे बड़ा चेहरा भी थे। हरदा की एक बात बड़ी खूब है कि वह जनता और अपने नेताओं को भी गाहे बगाहे कनफ्यूज करते रहते हैं। जैसा कि उन्होंने चुनाव प्रचार में कहीं कह दिया कि यशपाल आर्य में प्रदेश संभालने की क्षमता है। एक जगह और कहा, प्रदेश का नेतृत्व किसी दलित के हाथों में होना चाहिए। अब हरदा ने फिर कहा और ऐसा कहा कि हलचल शुरू। अब अंदाजा लगाइये कि हरदा ऐसा क्यों कहा होगा कि, मैं मुख्यमंत्री नहीं तो मैं घर बैठ जाऊंगा। अब कांग्रेसियों की सरकार बनने पर अगर हरदा मुख्यमंत्री नहीं होते हैं तो क्या वह बैठेंगे, ऐसी हरदा की आदत तो बिलकुल भी है नहीं। हरदा बैठने वाले नहीं बिठाने वाले नेता हैं, ऐसा उनके समर्थक कहते हैं। हरदा घर नहीं बैठेंगे तो क्या करेंगे? पता नहीं मगर कांग्रेस की सरकार आने की सूरत में सीएम नहीं बने तो घर तो बिलकुल नहीं बैठेंगे ऐसा साफ है क्योंकि, वह हरदा हैं। तो हरदा ने इस बार ऐसा पासा फेंक दिया है कि हलचल अभी से शुरू गई है, हरदा ने अपने इरादे जता दिए हैं। अब हरदा अपने इरादे जताएं और वैसा कुछ नहीं हो, ऐसा कम ही हुआ है। हरदा ने चुनाव से पहले भी अपने इरादे जता दिए थे, कांग्रेसी नेतृत्व के खिलाफ ऐसा लिखा कि कोहराम मच गया। दिल्ली बुलाया गया और कहा दिया गया कि चुनाव हरदा के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। अब फिर हरदा की बारी है, हलचल शुरू हो गई है और हरदा के बयान बम के बाद लगे हाथ जनता को भी एक हॉट टॉपिक मिल गया है। तो जनता इस टॉपिक को खूब इंज्वाय कर रही है,,,,आप भी करिये, प्रणाम।

