उत्तराखण्ड
हरीश रावत अब पोस्टर से भी गायब, सतह पर आई उत्तराखंड कांग्रेस की कलह
हल्द्वानी : Uttarakhand News: उत्तराखंड कांग्रेस में शीर्ष नेताओं की अापसी खींचतान बढ़ती ही जा रही है। मतभेद से यह मनभेद के स्तर पर पहुंच चुकी है। सीएम चेहरे से शुरू हुई लड़ाई टिकट बंटवारे व सीट बेचने तक के आरोप तक पहुंच चुकी है।
हरीश रावत, प्रीतम सिंह, रणजीत रावत हों या फिर गोविंद कुंजवाल। सभी ने मोर्चा खोला हुआ है। कोई भितरघात, टिकट काटने से लेकर टिकट बेचने तक के आरोप एक-दूसरे पर लगा रहे हैं। यही नहीं अब यह लड़ाई चौराहे के पोस्टरों पर भी नंगी आंखों से दिखने लगी है।
देहरादून के चकराता में लगे पाेस्टर से कांग्रेस के प्रदेश चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष व कांग्रेस के दिग्गज पूर्व सीएम हरीश रावत गायब हैं। इसे लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता से लेकर आम जन में चर्चा हो रही है। क्या अब हरीश रावत कांग्रेस के लिए उपयोगी नहीं रह गए हैं या फिर कांग्रेस को उनकी जरूरत नहीं है उन्हें किनारे किया जा रहा है। ऐसे ही कुछ सवाल तैर रहे हैं।
कांग्रेस भवन में चकराता सीट से चुनाव जीते नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, जनता व होली की शुभकानाएं देने का एक विशाल पोस्टर कांग्रेस की ओर से लगाया गया है। किसने लगाया या लगवाया यह तो ज्ञात नहीं है।
पर पोस्टर अपने आप में कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी स्थिति को खुलकर बयां कर रहा है। जो भी इसे देख रहा है हरीश रावत की फोटो देखकर कर सहज की पार्टी की कलह का अंदाजा लगा रहा है। जबकि इस पोस्टर में प्रदेश के छोटे से बड़े नेताओं के फोटो लगे हैं।
हरीश रावत इससे पूर्व अपने ऊपर लगे सभी आरोपो को पोस्ट से जवाब देते आए हैं। आखिर में टिकट बेचने के आरोप से आहत होकर खुद को पार्टी से निकालने तक को कह दिया है। साथ ही यहां तक कह दिया कि कांग्रेस से हरीश रावत रूपी बुराई को इस बार की होलिका में दहन कर दिया जाए। अब देखिए इस पोस्टर वार को वह किस रूप मे लेते हैं।