राजनीति
नामांकन से पहले हरीश मां के दरबार
नामांकन से पहले हरीश मां के दरबार
हल्द्वानी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लालकुआं विधानसभा में पहुंच चुके हैं। शुक्रवार को उनका नामांकन होना था, और नामांकन से पहले रावत गौलापार स्थित माता कालीचौढ़ मंदिर दर्शन और आशीर्वाद लेने पहुंचे। रामनगर सीट से चुनाव लडऩे का इरादा त्यागने के बाद हरीश रावत ने लालकुआं विधानसभा सीट चुनी है। कांग्रेस ने इससे पूर्व यहां संध्या डालाकोटी को पार्टी प्रत्याशी बनाया था। बाद में कालाढंूगी, रामनगर और लालकुआं के टिकटों में अंतिम वक्त में बदलाव कर दिया गया। लालकुआं में खुद हरीश रावत आए तो कालाढूंगी में महेश शर्मा को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया और वहां प्रत्याशी बनाए गए पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र सिंह पाल को रामनगर भेज दिया गया। रामनगर, कालाढूंगी में तो कांग्रेस में सब कुछ ठीक चल रहा है, मगर लालकुआं में संध्या डालाकोटी का टिकट कटने के बाद संध्या के खासे गुस्से में हैं। कांग्रेस के ही हरीश चंद्र दुर्गापाल यहां पहले टिकट कटने से नाराज थे, मगर हरीश रावत के आने के बाद वह शांत हो गए। रावत ने गुरुवार को दुर्गापाल के आवास पर समर्थकों को संबोधित भी किया। मगर संध्या डालाकोटी का गुस्सा सातवें आसमान पर है। गुरुवार को संध्या ने अपने आवास पर महापंचायत भी बुलाई जिसमें वह अपना टिकट कटने से काफी खिन्न नजर आईं। शुक्रवार को तब लालकुआं में अजीबो-गरीब स्थिति पैदा हो गई जब हरीश रावत यहां नामांकन कराने पहुंचे। रावत के तहसील में पहुंचते ही संध्या समर्थकों ने ‘हरीश रावत-गो बैकÓ के नारे लगाने शुरू कर दिए। संध्या भी टिकट कटने से आहत हैं और उन्होंने अपने संदेश में लिखा है कि ‘बेटी हूं, मैं लड़ सकती हूंÓ का नारा खुद कांग्रेस ने ही खत्म कर दिया है।