राजनीति
लालकुआं में हरीश हरीश, संध्या संध्या
लालकुआं में स्थिति विकट के बीच हरीश ही हरीश हैं। हरीश को टिकट हरीश ने देना था और हरीश ने हरीश का टिकट काट दिया। हरीश के समर्थक इस बात की काट ढूंढ रहे हैं कि हरीश को टिकट न मिलने की अब काट क्या होगी। बगावत, वह तो यही चाहते हैं। हरीश उम्र में हरीश से बड़े हैं मगर हरीश कद में बड़े। उन्होंने जो चाहा वो किया, इसलिए हरीश के टिकट की सांझ हुई। तो इस सांझ और संध्या के बीच अब हरीश कौन सी डाल थामेंगे। बुधवार को शायद इस बारे में पिक्चर क्लियर हो जाएगी। बागी होना जरूरी नहीं है, मगर टिकट बंटने के बाद यहां हर तरफ हरीश हरीश संध्या संध्या है।

