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सरकार ने जारी की गाइडलाइंस, एक जनवरी से शुरू होगा किशोरों के टीकाकरण का पंजीकरण, कोविन एप में किया गया प्रविधान

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गाइडलाइंस के अनुसार 10 जनवरी से शुरू होने जा रहे हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स और गंभीर बीमारी से पीडि़त 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गो को टीके की दूसरी डोज के नौ महीने (39 हफ्ते) पूरे होने के बाद ही सतर्कता डोज दी जाएगी।

तीन जनवरी से शुरू होने जा रहे 15 से 18 साल आयुवर्ग के किशोरों के कोरोना टीकाकरण के लिए एक जनवरी से पंजीकरण शुरू हो जाएगा। इसके लिए कोविन एप पर स्कूल के पहचान पत्र (आइडी कार्ड) से पंजीकरण का प्रविधान किया गया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने किशोरों के साथ-साथ हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स और गंभीर बीमारी से पीडि़त 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए सतर्कता (प्रिकाशन) डोज देने की गाइडलाइंस भी जारी कर दी हैं।

इन गाइडलाइंस के अनुसार, किशोरों के टीकाकरण के लिए कोविन पोर्टल पर आनलाइन या टीकाकरण केंद्र पर आफलाइन दोनों तरह से पंजीकरण कराने की सुविधा होगी। कोविन पोर्टल पर पंजीकरण के लिए वे अपने माता-पिता या अभिभावक की पहले से मौजूद आइडी से लागिन कर सकते हैं या फिर नए मोबाइल से ओटीपी के जरिये भी लागिन कर सकते हैं। वैसे, स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस में 15 से 18 साल के किशोरों को सिर्फ कोवैक्सीन लगाए जाने की बात कही गई है, लेकिन ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (डीसीजीआइ) जायडस कैडिला के टीके जायकोव-डी को भी इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत दे चुका है, जिसका ट्रायल 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों पर भी किया गया था। इस संबंध में पूछे जाने पर स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जायकोव-डी को टीकाकरण अभियान में शामिल किया जा रहा है, लेकिन इसकी सीमित आपूर्ति और लगाने की अलग विधि के कारण समय लग रहा है। उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन के अलावा कई अन्य टीकों का विभिन्न आयुवर्ग के बच्चों पर ट्रायल अंतिम चरण में है और डीसीजीआइ से हरी झंडी मिलने पर उन्हें भी किशोरों के टीकाकरण में इस्तेमाल किया जा सकता है।

दूसरी डोज के नौ महीने बाद लगेगी सतर्कता डोज

गाइडलाइंस के अनुसार, 10 जनवरी से शुरू होने जा रहे हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स और गंभीर बीमारी से पीडि़त 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गो को टीके की दूसरी डोज के नौ महीने (39 हफ्ते) पूरे होने के बाद ही सतर्कता डोज दी जाएगी। 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को अपनी बीमारी के लिए डाक्टर से प्रमाणपत्र देना होगा। जबकि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के पास नौ महीने पूरे होने के बाद खुद ही सतर्कता डोज लेने का एसएमएस आ जाएगा। वैसे ये सभी कोविन पोर्टल पर अपनी पुरानी लागिन आइडी से टीका लगवाने के लिए पहले से समय और स्थान बुक कर सकते हैं। उन्हें टीकाकरण केंद्र पर जाकर भी इसे लगवाने की सुविधा होगी। सतर्कता डोज लगवाने वाले व्यक्ति के टीकाकरण प्रमाणपत्र में इस डोज का भी उल्लेख होगा।

गाइडलाइंस में स्पष्ट नहीं, किस टीके की लगेगी सतर्कता डोज

स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी नई गाइडलाइंस में यह स्पष्ट नहीं बताया कि सतर्कता डोज के रूप में पहले दिए गए टीके को ही लगाया जाएगा या फिर दूसरा टीका भी लगवाया जा सकता है। इस संबंध में पूछे जाने पर स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि फिलहाल इसकी शुरुआत पुराने टीके की ही सतर्कता डोज के रूप में हो रही है। यानी कोविशील्ड या कोवैक्सीन लगवाने वाले लोग सतर्कता डोज के रूप में वही डोज ले सकेंगे जिसे उन्होंने पहले लिया था।

सरकारी केंद्रों पर मुफ्त में ही लगेंगी डोज

मंत्रालय ने यह भी कहा है कि सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर सभी नागरिकों को टीके पूर्व की तरह मुफ्त में उपलब्ध होंगे, भले ही उनकी आय कुछ भी हो। हालांकि जो लोग टीकों के लिए भुगतान करने की साम‌र्थ्य रखते हैं, उन्हें निजी अस्पतालों के टीकाकरण केंद्रों का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

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संपादक - कस्तूरी न्यूज़

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