उत्तराखण्ड
धोखा: बैंक अधिकारियों ने ही साफ कर दिए ग्राहक के 31 लाख, प्रबंधक समेत तीन गिरफ्तार
देहरादून: बैंक में भी जनता का पैसा सुरक्षित नहीं है। साइबर ठगों की निगाह तो जनता के पैसे पर है ही, बैंक के अधिकारी भी मेहनत की कमाई पर गिद्ध दृष्टि गड़ाए हुए हैं। ऐसे ही एक मामले में हरबर्टपुर निवासी शिक्षक नेता की माता के खाते से बैंक के ही अधिकारियों ने करीब 31 लाख रुपये निकाल लिए। मामला उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के पास आने के बाद आरोपित शाखा प्रबंधक और दो अन्य बैंक अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अतुल कुमार शर्मा ने शिकायत दी थी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के तीन बैंक अधिकारियों को 30.95 लाख रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को चंद रोज पहले हरबर्टपुर निवासी अतुल कुमार शर्मा ने शिकायत दी थी। जिसमें बताया कि उनकी माता चंपा देवी का संयुक्त खाता सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की विकासनगर शाखा में है।
उनकी माता की अनुमति के बिना खाते से लिंक एसएमएस अलर्ट नंबर बदल दिया गया। इसके बाद खाते से 30.95 लाख रुपये निकाल लिए गए। प्रकरण की जांच के लिए साइबर थाने से निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला के नेतृत्व में टीम गठित की गई। घटना में प्रयुक्त मोबाइल नंबर, ई-मेल आइडी, ई-वालेट, बैंक खातों व सीसीटीवी फुटेज समेत भौतिक साक्ष्यों का विश्लेषण किया गया। इसमें पता चला कि सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के करोल बाग शाखा प्रबंधक निश्चल राठौर ने दो अन्य के साथ चंपा देवी के खाते में जमा रकम से नेट बैंकिंग के माध्यम से सोना खरीदा।
साक्ष्य एकत्रित कर पुलिस की टीमें दिल्ली, एनसीआर, उत्तर प्रदेश व हरियाणा रवाना हुईं। सोमवार को टीम ने दिल्ली के करोल बाग से आरोपित शाखा प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपित ने धोखाधड़ी में अपने सहयोगी सहायक वित्त अधिकारी मोहम्मद आजम व सहायक प्रबंधक कवीश डंग की भी जानकारी दी। मोहम्मद आजम और कवीश डंग बैंक की विकासनगर शाखा में तैनात हैं।
आरोपित शाखा प्रबंधक ने बताया कि तीनों साथ मिलकर लंबे समय से निष्क्रिय खातों को निशाना बना रहे हैं। पहले खाते से लिंक एसएमएस अलर्ट नंबर को बदला जाता है, फिर आनलाइन बैंकिंग के जरिये खाते में जमा धनराशि से सोना खरीदा जाता है। मुख्य आरोपित की निशानदेही पर एसटीएफ की टीम ने अन्य दोनों आरोपितों को भी सेलाकुई और विकासनगर से दबोच लिया। एसटीएफ के मुताबिक आरोपित निश्चल राठौर ग्राम शहबाजपुर जनपद बदायूं उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और हाल में ग्रेटर नोएडा में रहता है। वहीं, मोहम्मद आजम पंतनगर ऊधमसिंह नगर और कवीश डंग विकासनगर, देहरादून निवासी है।
लंबे समय से नहीं हुआ था खाते से लेन-देन
शिकायतकर्ता अतुल कुमार शर्मा ने बताया कि वह सरकारी शिक्षक और समाज सेवी हैं। उनकी माता और पिता का संयुक्त खाता सेंट्रल बैंक आफ इंडिया में है। पिता के निधन के बाद से खाते से लेन-देन नहीं हुआ। वर्ष 2012 में यह खाता खोला गया था। उनकी जानकारी के बिना खाते से इसी वर्ष 15 मार्च से 19 अप्रैल के बीच रकम की निकासी की गई है।