राष्ट्रीय
आजादी के बाद पहली बार श्रीनगर लाल चौक के घंटाघर पर फहराया तिरंगा
आजादी के बाद पहली बार श्रीनगर के लाल चौक पर स्थानीय युवाओं ने तिरंगा फहराया। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं के अलावा महिलाएं और बच्चे भी मौजूद रहे। कुछ समय पहले तक आतंकियों की धमकी के कारण लाल चौक पर तिरंगा फहराने के लिए युवा आगे नहीं आते थे। अनुच्छेद 370 हटने और आतंकियों के लगातार खात्मे के कारण स्थानीय युवा आगे आए और उन्होंने भारत माता की जय के नारे लगाते हुए लाल चौक पर बने घंटा घर के टॉप पर तिरंगा फहराया। स्थानीय युवाओं ने आतंकियों और उनके हमदर्दों को अब हकीकत दिखानी शुरू कर दी। उनका कहना है कि आतंकवाद के कारण अब तक घाटी में कई लोगों की जान जा चुकी है। अब वह इसे नहीं सहेंगे। इससे पहले श्रीनगर के शेर ए कश्मीर स्टेडियम में मुख्य समारोह कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित किया। अप्रिय घटना से बचने के लिए श्रीनगर समेत पूरी कश्मीर घाटी में कड़ी सुरक्षा ग्रिड की तैनाती की गई थी। कुछ संवेदनशील जगहों पर शार्प शूटर भी तैनात किए गए हैं। ऐसे ही प्रबंध अन्य जिला मुख्यालयों पर भी किए गए हैं। गणतंत्र दिवस समारोह में पुलिस और अन्य अर्धसैनिक बलों के दस्तों ने परेड में भाग लिया। परेड की सलामी उपराज्यपाल के सलाहकार आरआर भटनागर ने ली। इसके अलावा रंगारंग कार्यक्रम भी इस दौरान आयोजित किए गए। आयोजन को शांतिपूर्ण तरीके से सुनिश्चित करने के लिए फुलप्रूफ और बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। इसके लिए कई दिनों से सुरक्षाबलों द्वारा तलाशी अभियान जारी था। मुख्य समारोह स्थल की ओर जाने वाले रास्ते सील कर दिए गए थे। गणतंत्र दिवस से पूर्व शहर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। चप्पे-चप्पे पर जवानों का पहरा है। जगह-जगह लगाए गए नाकों से गहन पूछताछ और जांच के बाद ही लोगों और वाहनों को आगे जाने की अनुमति दी जा रही है। रात को ड्रोन की मदद से चौकसी रखी जा रही है।